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एग्रो केमिकल्स की चुनौतियां खत्म करेगी सरकार, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा

भारत एग्रो केमिकल्स के उत्पादन में दुनिया में चौथा सबसे बड़ा देश है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि इस क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने एग्रो केमिकल्स सेक्टर को देश के 12 चैंपियंस सेक्टर में शामिल किया है।

By Ankit KumarEdited By: Updated: Fri, 01 Oct 2021 07:13 AM (IST)
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सरकार के फैसले से भारत में कृषि क्षेत्र को अधिक प्रतिस्पर्धी व लाभदायक बनाने में मदद मिलेगी।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली : फसल सुरक्षा में एग्रो केमिकल्स की भूमिका अहम है। भारत एग्रो केमिकल्स के उत्पादन में दुनिया में चौथा सबसे बड़ा देश है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि इस क्षेत्र की संभावनाओं को देखते हुए सरकार ने एग्रो केमिकल्स सेक्टर को देश के 12 चैंपियंस सेक्टर में शामिल किया है। निर्यात की संभावनाओं को देखते हुए इस क्षेत्र की मुश्किलों को और आसान किया जाएगा। क्राप लाइफ इंडिया की 41वीं आमसभा में तोमर ने गुरुवार को कहा कि इसके जरिये भारत वैश्विक स्तर पर होने वाली एग्रो केमिकल्स की आपूर्ति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।

किसानों की मेहनत और लगन का जिक्र करते हुए तोमर ने कहा कि कोविड-19 के अभूतपूर्व वैश्विक संकट के दौरान भी अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने अहम भूमिका निभाई है। कोविड की चुनौतियों के बावजूद किसानों की मेहनत, वैज्ञानिकों की कुशलता व सरकार के समेकित प्रयासों से लाकडाउन के दौरान खेती के इनपुट में छूट के फैसले से कृषि उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिली है। तोमर ने क्राप लाइफ इंडिया की प्रशंसा करते हुए कहा कि इससे जुड़ी कंपनियां अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी का प्रयोग कर रही हैं। किसानों के लिए इनके इनोवेशन से बहुत मदद मिली है। क्राप प्रोटेक्शन के क्षेत्र में क्राप लाइफ का 70 फीसद बाजार पर कब्जा है।

तोमर ने अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य, नकदी की उपलब्धता बढ़ाने, महत्वपूर्ण उत्पादों की खरीद फरोख्त करने, किसानों को मनचाही जगहों पर उपज बेचने की मिली छूट और कांट्रैक्ट फार्मिग की सुविधा देने जैसे सुधार किए गए हैं। इससे किसानों की हालत में तेजी से सुधार होगा, उनकी आमदनी बढ़ेगी। सरकार के फैसले से भारत में कृषि क्षेत्र को अधिक प्रतिस्पर्धी व लाभदायक बनाने में मदद मिलेगी। तोमर ने कहा कि सटीक खेती से दक्षता के साथ खेती का सतत विकास होगा। वैश्विक स्तर पर भारत एक जिम्मेदारी प्रतिस्पर्धी होकर उभरेगा, जो देश के विकास में सहायक साबित होगा।