BSNL और MTNL की संपत्तियों की बिक्री करेगी सरकार, दीपम की वेबसाइट पर अपलोड किए गए दस्तावेज
दीपम की वेबसाइट पर अपलोड किए गए दस्तावेजों के अनुसार सरकार ने लगभग 970 करोड़ रुपये की रिजर्व प्राइस पर दो सरकारी दूरसंचार कंपनियों MTNL और BSNL की रियल स्टेट संपत्ति को बिक्री के लिए सूचीबद्ध किया है।
By Abhishek PoddarEdited By: Updated: Mon, 22 Nov 2021 07:31 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ/बिजनेस डेस्क। निवेश और सार्वजनिक संपत्ति प्रबंधन विभाग (दीपम) की वेबसाइट पर अपलोड किए गए दस्तावेजों के अनुसार, सरकार ने लगभग 970 करोड़ रुपये की रिजर्व प्राइस पर सरकारी दूरसंचार कंपनियों MTNL और BSNL की रियल स्टेट संपत्ति को बिक्री के लिए सूचीबद्ध किया है। हैदराबाद, चंडीगढ़, भावनगर और कोलकाता में स्थित BSNL की संपत्तियों को लगभग 660 करोड़ रुपये की रिजर्व प्राइस पर बिक्री के लिए पोस्ट किया गया है। दीपम की वेबसाइट पर मुंबई के गोरेगांव के वसारी हिल में स्थित MTNL संपत्तियों को लगभग 310 करोड़ रुपये की रिजर्व प्राइस पर बिक्री के लिए सूचीबद्ध किया है।
BSNL के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर पीके पुरवार ने बयान देते हुए यह कहा कि, "MTNL और BSNL में परिसंपत्ति मुद्रीकरण का यह पहला चरण है। BSNL की 660 करोड़ रुपये की संपत्ति और 310 करोड़ रुपये की MTNL की संपत्ति के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। हमारी योजना डेढ़ महीने के भीतर पूरी प्रक्रिया को पूरा करने की है।"इसके साथ ही ओशिवारा में स्थित MTNL के 20 फ्लैटों को भी कंपनी की परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना के हिस्से के रूप में बिक्री के लिए रखा गया है। इन फ्लैटों का आरक्षित मूल्य 52.26 लाख रुपये से लेकर 1.59 करोड़ रुपये तक है। MTNL की संपत्तियों की ई-नीलामी 14 दिसंबर को होगी। यह संपत्ति मुद्रीकरण MTNL और BSNL के लिए 69,000 करोड़ रुपये की पुनरुद्धार योजना का हिस्सा है जिसे सरकार ने अक्टूबर 2019 में मंजूरी दी थी। साल 2022 तक सार्वजनिक क्षेत्र की इन दोनों फर्मों का 37,500 करोड़ रुपये की संपत्ति की मुद्रीकरण करने की योजना बनाई गई थी।
इन छह सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी छोड़ेगी सरकारBSNL और MTNL के रियल स्टेट संपत्ति की निलामी करने के साथ सरकार इस वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक छह सार्वजनिक कंपनियों से अपनी हिस्सेदारी को छोड़ सकती है। इन छह कंपनियों में BPCL, BEML, शिपिंग कॉर्प, पवन हंस, सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक, और नीलांचल इस्पात कंपनियों के नाम शामिल हैं। जिनमें से BPCL के निजीकरण की प्रक्रिया चल रही है, साथ ही आने वाले कुछ दिनों में BEML, शिपिंग कॉर्प, पवन हंस, सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक, और नीलांचल इस्पात की बिडिंग प्रक्रिया भी शुरू हो सकती है।