सरकार इस साल कुल 5 लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाएगी, 2 लाख टन की करेगी खरीद
Onion Stock देश में टमाटर की कीमतों में उछाल के बाद अब प्याज की कीमतों में बढ़त देखने को मिलेगी। सरकार ने बीते दिन यानी कल प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी का शुल्क लगाने का निर्णय लिया है। इसके बाद आज सरकार ने ऐलान किया है कि वह इस साल प्याज का बफर स्टॉक 5 लाख टन करेंगे। इसके लिए वह 2 लाख टन प्याज खरीदेंगे। (जागरण फाइल फोटो)
By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Sun, 20 Aug 2023 05:45 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश में टमाटर के दामों के बढ़ जाने के बाद अब प्याज के दामों में भी बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। अगस्त महीने के अंत या फिर सितंबर महीने की शुरुआत में इनकी कीमतों में तेजी देखने को मिलेगी। सरकार ने आज प्याज को लेकर एक घोषणा की है।
सरकार ने बताया कि वह इस साल प्याज का 5 लाख टन बफर स्टॉक बनाने का प्रयास कर रही है। इस स्टॉक के लिए सरकार 2 लाख टन प्याज खरीदेगी। बीते दिन सरकार ने ऐलान किया था कि प्याज के निर्यात पर 40 प्रतिशत का शुल्क लगेगा। इसके बाद आज बफर स्टॉक को लेकर सरकार ने ऐलान किया है। सरकार प्याज की आपूर्ति को कंट्रोल करने और इसकी कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए यह फैसला लिया है।
प्याज के बफर स्टॉक का लक्ष्य
चालू वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्याज बफर का लक्ष्य 3 लाख टन रखा गया था। इस बफर के लिए खरीद पहले ही की जा चुकी है। अभी कई राज्यों में प्याज की कीमतों को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार लक्षित बाजारों में उसी बफर स्टॉक का निपटान कर रही है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, रविवार को प्याज की अखिल भारतीय औसत खुदरा कीमत 19 प्रतिशत बढ़कर 29.73 रुपये प्रति किलोग्राम थी। यह एक साल पहले की अवधि में यह 25 रुपये प्रति किलोग्राम थी। दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमत 28 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 37 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई है।
उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने एक बयान में कहा, सरकार ने 3 लाख टन के बफर को पूरा करने के बाद इस साल प्याज की बफर मात्रा को बढ़ाकर 5 लाख टन कर दिया है। अब भारतीय राष्ट्रीय सहकारी उपभोक्ता संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (नेफेड) प्याज के 1 लाख टन को खरीदेंगे।
बफर स्टॉक क्यों जरूरी
कई बार मौसम की वजह से कीमतों में उछाल आ जाता है। इस आपात स्थिति में चीजों को पूरा करने के लिए बफर स्टॉक काफी काम आता है। आपको बता दें कि सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के दौरान 2.51 लाख टन का बफर प्याज बनाए रखा था। प्याज के बफर स्टॉक को लेकर मंत्रालय ने कहा कि कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इसको लेकर पहले से ही काम शुरू हो चुका है। देश में खुदरा कीमतें अखिल भारतीय औसत से ऊपर हैं। इसका मतलब यह है कि ये पिछले महीने की तुलना में काफी अधिक हैं।
मंत्रालय ने जानकारी दी है कि आज तक, बफर से लगभग 1,400 टन प्याज लक्षित बाजारों में भेजा गया है। देश में इनकी उपलब्धता को बढ़ाने के लिए लगातार इसके लिए कार्य किये जा रहे हैं। 21 अगस्त यानी कल से प्रमुख बाजारों में खुदरा दुकानों और एनसीसीएफ की मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को प्याज उपलब्ध करवाया जाएगा। यह 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर उपलब्ध कराया जा रहा है।
आने वाले दिनों में कई एजेंसियों और ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को प्याज की खुदरा बिक्री के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। सरकार किसानों से लाभकारी मूल्य में प्याज खरीद रही है और उपभोक्ताओं को सस्ती कीमतों पर उपलब्ध करवा रही है।