GST Collection: पूरे वित्त वर्ष में 20.14 लाख करोड़ रुपये रहा जीएसटी संग्रह, 2022-23 के मुकाबले 11.7 प्रतिशत की वृद्धि
GST प्रणाली लागू होने के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह (GST Collection) का आंकड़ा 20 लाख करोड़ के पार पहुंचा है। मंत्रालय ने बताया कि मार्च 2024 में जीएसटी संग्रह 1.78 लाख करोड़ रुपये रहा है। जो जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद अब तक का दूसरा सबसे अधिक संग्रह है। मार्च 2023 के मुकाबले इस बार जीएसटी संग्रह 11.5 प्रतिशत की वृद्धि रही है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पूरे वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान कुल जीएसटी संग्रह 20.14 लाख करोड़ रुपये रहा है। वित्त मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 के मुकाबले इसमें 11.7 प्रतिशत की वृद्धि रही है। मंत्रालय के अनुसार, अप्रैल 2023 से मार्च 2024 के दौरान औसत मासिक जीएसटी संग्रह 1.68 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष के औसत मासिक संग्रह 1.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है।
मार्च 2024 में जीएसटी संग्रह 1.78 लाख करोड़ रुपये रहा
GST प्रणाली लागू होने के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह (GST Collection) का आंकड़ा 20 लाख करोड़ के पार पहुंचा है। मंत्रालय ने बताया कि मार्च 2024 में जीएसटी संग्रह 1.78 लाख करोड़ रुपये रहा है। जो जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद अब तक का दूसरा सबसे अधिक संग्रह है। मार्च 2023 के मुकाबले इस बार जीएसटी संग्रह 11.5 प्रतिशत की वृद्धि रही है।
अप्रैल 2023 में अब तक का सबसे अधिक जीएसटी संग्रह 1.87 लाख करोड़ रुपये रहा था। वित्त मंत्रालय ने कहा कि पिछले महीने जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी का प्रमुख कारण घरेलू लेनदेन में वृद्धि रहना है। आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने घरेलू लेनदेन में 17.6 प्रतिशत की वृद्धि रही है।मंत्रालय ने बताया कि रिफंड के बाद शुद्ध जीएसटी संग्रह 1.65 लाख करोड़ रुपये रहा है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि से 18.4 प्रतिशत ज्यादा है। मार्च के जीएसटी संग्रह में सीजीएसटी की हिस्सेदारी 34,532 करोड़ तो एसजीसीटी की 43,746 करोड़ रुपये की रही। आईजीएसटी के रूप में 87,947 करोड़ रुपये तो सेस के मध्य में 12,259 करोड़ रुपये वसूले गए। कोर सेक्टर की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही। इस वर्ष फरवरी महीने में कोर सेक्टर में पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 6.7 प्रतिशत की वृद्धि रही है।
कोयले के उत्पादन में सबसे अधिक वृद्धि
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, आठ कोर सेक्टरों में कोयले के उत्पादन में सबसे अधिक 11.6 प्रतिशत की वृद्धि रही है। वहीं, मार्च में आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी से बिजली की खपत में भी पिछले वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 1.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। बिजली मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष मार्च में 129.89 अरब यूनिट बिजली की खपत रही है।वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान महीने के अनुसार जीएसटी संग्रहमाह संग्रह (करोड़ रु. में)
- अप्रैल 2023- 1,87,035 करोड़ रुपये
- मई 2023- 1,57,090 करोड़ रुपये
- जून 2023- 1,61,497 करोड़ रुपये
- जुलाई 2023- 1,65,105 करोड़ रुपये
- अगस्त 2023- 1,59,069 करोड़ रुपये
- सितंबर 2023- 1,62,712 करोड़ रुपये
- अक्टूबर 2023- 1,72,003 करोड़ रुपये
- नवंबर 2023- 1,67,929 करोड़ रुपये
- दिसंबर 2023- 1,64,882 करोड़ रुपये
- जनवरी 2024- 1,74,106 करोड़ रुपये
- फरवरी 2024- 1,68,337 करोड़ रुपये
- मार्च 2023- 1,78,484 करोड़ रुपये