एक दशक में दोगुना बढ़ा LPG कनेक्शन, इथेनॉल ब्लेंडिंग और PNG में भी हुई शानदार बढ़ोतरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एलपीजी कनेक्शन पीएनजी और इथेनॉल ब्लेंडिंग में हुई तेजी को लेकर सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट शेयर किया। इस पोस्ट में मंत्री ने बताया कि पिछले एक दशक में पीएनजी 5 गुना एलपीजी कनेक्शन दो गुना और इथेनॉल ब्लेंडिंग में 10 गुना की तेजी देखने को मिली है। इस तेजी से साफ पता चलता है कि भारत ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है।
एएनआई, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भारत में पाइप्ड गैस कनेक्शन की संख्या पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि साल 2014 में पाइप्ड गैस कनेक्शन की संख्या 25 लाख थी जो 2024 बढ़कर 1.32 करोड़ हो गई है।
Over the past decade, major reforms have reshaped our energy sector, enhancing the availability, affordability, and sustainability of energy. Transforming lives by expanding Ujjwala connections to ensure smoke-free kitchens, boosting refining capacities to develop a new India,… pic.twitter.com/hTIEGZgwyX
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 15, 2024
इससे संबंधित हरदीप सिंह पुरी ने सोशल मीडिया 'एक्स' पर पोस्ट किया। अपने पोस्ट में मंत्री ने कहा कि नागरिकों के लिए ऊर्जा स्वतंत्रता के पांच रास्ते साझा हो गए हैं। भारत की रिफाइनिंग क्षमता भी 2014 में 215 मिलियन से बढ़कर 256.8 मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष (MMTPA) हो गई है।
पुरी ने अपने पोस्ट में कहा कि पिछले एक दशक में प्रमुख सुधारों होने के बाद एनर्जी सेक्टर को नया आकार मिला है। इससे एनर्जी की उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता में वृद्धि हुई है।
एलपीजी कनेक्शन में वृद्धि
हरदीप सिंह पुरी ने बताया कि पेट्रोल में इथेनॉल ब्लेंडिंग 2014 में 1.53 फीसदी की तुलना में 2024 में बढ़कर 15 फीसदी हो गया है।एलपीजी कनेक्शन में वृद्धि पर प्रकाश डालते हुए पुरी ने कहा कि 2014 में केवल 14.52 करोड़ एलपीजी यूजर्स थे। 1 अगस्त, 2024 तक इनकी संख्या 32.73 करोड़ से ज्यादा सक्रिय एलपीजी कनेक्शन हैं। इनमें 10.33 करोड़ प्रधान मंत्री उज्ज्वला योजना (Pradhan Mantri Ujjwala Yojana) कनेक्शन शामिल हैं।
पुरी ने बताया कि नेचुरल गैस पाइपलाइन नेटवर्क 2014 में 15,000 किलोमीटर से बढ़कर 2024 में 24,881 किलोमीटर हो गया।यह भी पढ़ें: Independence Day 2024: श्वेत क्रांति ने बदली किसानों की तकदीर,महिला सशक्तिकरण के साथ ही देश के विकास में भी निभाया अहम रोलफ्यूल की कीमतों पर मंत्री ने कहा कि भारत कई कदम उठाकर ईंधन की बढ़ती कीमतों से खुद को बचाने में सक्षम रहा है, जिसमें केंद्र सरकार द्वारा एक्साइज ड्यूटी में कटौती भी शामिल है। जनवरी 2022 और जुलाई 2024 के बीच भारत ने सफलतापूर्वक ईंधन की कीमतों को स्थिर बनाए रखा, जबकि कई उन्नत देशों में फ्यूल की कीमतों ने आसमान छू लिया था।
14 अगस्त 2024 को पुरी ने कहा था कि पेट्रोनेट एलएनजी के दहेज टर्मिनल (Petronet LNG's Dahej Terminal) की कैपेसिटी 17.5 एमएमटीपीए से बढ़ाकर 22.5 एमएमटीपीए की जा रही है। इससे साफ पता चल रहा है कि भारत ऊर्जा आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ रहा है।यह भी पढ़ें: Petrol-Diesel Price: 16 अगस्त के लिए अपडेट हुए पेट्रोल-डीजल के दाम, टंकी फुल करवाने से पहले चेक करें कीमत