1 सितंबर से क्रेडिट कार्ड से जुड़ा नियम बदलेंगे HDFC और IDFC बैंक, जेब पर होगा सीधा असर
प्राइवेट सेक्टर का सबसे बड़ा बैंक HDFC Bank 1 सितंबर से क्रेडिट कार्ड के नियमों (Credit Card Rule) में बदलाव करने वाला है। बैंक यूटिलिटी ट्रांजैक्शन पर रिवॉर्ड प्वाइंट की लिमिट निर्धारित करेगा। साथ ही IDFC First Bank के क्रेडिट कार्ड पर मिनिमम ड्यू अमाउंट कम होने वाला है। RuPay क्रेडिट कार्ड से यूपीआई पेमेंट करने पर रिवॉर्ड प्वाइंट भी बदलेगा।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। एक सितंबर से कई महत्वपूर्ण वित्तीय बदलाव होने वाले हैं, जिनका असर सीधे आपकी जेब पर पड़ेगा। ये बदलाव क्रेडिट कार्ड से जुड़े हैं। इसका असर रिवॉर्ड प्वाइंट अर्जित करने और भुनाने पर पड़ेगा। साथ ही, ये भुगतान की समय-सीमा और न्यूनतम शेष राशि को प्रभावित करेंगे।
RuPay क्रेडिट कार्डधारकों को होगा फायदा
1 सितंबर से RuPay क्रेडिट कार्ड ग्राहकों के लिए रिवॉर्ड पॉइंट सिस्टम में सुधार किया जाएगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के मुताबिक, अब से RuPay क्रेडिट कार्ड को UPI लेनदेन के लिए भी अन्य भुगतान सेवा प्रदाताओं के समान ही रिवॉर्ड पॉइंट मिलेंगे। NPCI सर्कुलर ने क्रेडिट कार्ड के उपयोग को बढ़ाने में रिवॉर्ड पॉइंट की अहमियत बढ़ाने पर जोर दिया। उसका कहना है कि RuPay क्रेडिट कार्ड पहले इस मामले में वंचित थे।
एचडीएफसी बैंक में रिवॉर्ड पॉइंट कैप
एचडीएफसी बैंक 1 सितंबर से नए रिवॉर्ड प्वाइंट कैप लागू करेगा। बैंक यूटिलिटी और टेलीकॉम ट्रांजैक्शन से मिलने वाले प्वाइंट की संख्या को हर कैलेंडर महीने में 2,000 तक सीमित कर देगा। इसके अलावा, अब CRED, CheQ और MobiKwik जैसे थर्ड-पार्टी ऐप के जरिए किए गए स्कूल पेमेंट यानी फीस के लिए रिवॉर्ड पॉइंट नहीं दिए जाएँगे।हालांकि, शैक्षणिक संस्थानों को उनकी वेबसाइट या पॉइंट ऑफ सेल (POS) डिवाइस के जरिए सीधे भुगतान करने पर पॉइंट मिलते रहेंगे। यह पॉलिसी सभी एचडीएफसी क्रेडिट कार्ड के लिए मान्य है, जिसमें स्विगी और टाटा न्यू जैसे को-ब्रांडेड और प्रीमियम कार्ड शामिल हैं।