HDFC Life Chairman, दीपक पारेख ने कहा- जीवन बीमा कंपनियों को पेंशन, स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी बेचने की मिले अनुमति
पारेख ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बाद देश अब तेजी से आगे बढ़ने को तैयार है। पारेख ने कहा कि निम्न तुलनात्मक आधार से वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 8-10 प्रतिशत रहेगी।
By NiteshEdited By: Updated: Tue, 20 Jul 2021 08:21 AM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। देश में नियामकों को जीवन बीमा कंपनियों को पेंशन और स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी बेचने की अनुमति देनी चाहिए। इससे देश में बीमा की पहुंच बढ़ेगी। HDFC Life के चेयरमैन दीपक पारेख ने सोमवार को यह बात कही। पारेख कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरधारकों को संबोधित कर रहे थे, इस दौरान उन्होंने कहा कि आज बीमा कंपनियां अपनी शाखाओं और कर्मचारियों के जरिये केवल जीवन बीमा पॉलिसी बेच सकती हैं। वे राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली के तहत एनपीएस या स्वास्थ्य बीमा नहीं बेच सकती हैं।
उन्होंने कहा कि पेंशन और स्वास्थ्य कवर दोनों ही जीवन बीमा का हिस्सा हैं और दुनियाभर में ऐसा है। इसकी वजह यह है कि पेंशन से लोगों को रिटायरमेंट के बाद अच्छा सहारा मिल जाता है, जबकि स्वास्थ्य बीमा बीमारी पर खर्च के जोखिम से बचाते हैं। इसलिए जीवन बीमाकर्ताओं को एनपीएस स्वास्थ्य बीमा, जैसे उत्पादों को वितरित करने की अनुमति मिले, इससे देश भर में बीमा की पहुंच में बढ़ाने में मदद मिलेगी।
वित्त वर्ष 20220-21 में कंपनी ने महामारी प्रभावित वर्ष में एचडीएफसी लाइफ ने करीब 4 करोड़ जीवन बीमा किये और 2.9 से अधिक मृत्यु दावों का निपटान किया। इसी के चलते लाभार्थियों को कुल (वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान) 3,000 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया। कंपनी ने पिछले 15 महीनों में 17 कर्मचारियों और 38 वित्तीय सलाहकारों को खो दिया है।
पारेख ने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बाद देश अब तेजी से आगे बढ़ने को तैयार है। पारेख ने कहा कि निम्न तुलनात्मक आधार से वित्त वर्ष 2021-22 में आर्थिक वृद्धि दर 8-10 प्रतिशत रहेगी।