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Health Insurance: क्लेम न करने पर मिलता है No-Claim-Bonus का लाभ, फीचर्स के साथ जानें फायदे

हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) में नो-क्लेम बोनस (No-Claim-Bonus ) का लाभ मिलता है। इसमें आपको एक साल बिना कोई क्लेम किये बोनस बेनिफिट मिलता है। नो-क्लेम-बोनस उन लोगों के लिए काफी फायदेमंद होता है जो किसी साल इंश्योरेंस क्लेम नहीं करते हैं। आइए इस आर्टिकल में हम आपको नो-क्लेम बोनस के बेनिफिट और उसके फीचर के बारे में विस्तार से बताते हैं।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Fri, 16 Aug 2024 08:22 PM (IST)
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Health Insurance: क्लेम न करने पर मिलता है No-Claim-Bonus का लाभ, फीचर्स के साथ जानें फायदे
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। हेल्थ इंश्योरेंस (Health Insurance) आज के समय में बहुत जरूरी हो गया है। देश में लगातार महंगाई बढ़ रही है। महंगाई का असर मेडिकल सेक्टर पर भी देखने को मिल रहा है। ऐसे में सही इलाज करवाने में ज्यादा पैसों की आवश्यकता होती है। अक्सर आपात स्थिति में पैसों को समस्या का सामना करना पड़ता है।

इस स्थिति में हेल्थ इंश्योरेंस काफी अहम रोल निभाता है। हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा मिलती है। इसका मतलब है कि इलाज के लिए पैसे की समस्या एकहद तक खत्म हो जाती है। कई बार लोगों इस वजह से भी हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लेते हैं क्योंकि उनको लगता है कि अगर वह कोई क्लेम नहीं करते हैं तो उनका सालाना प्रीमियम बेकार हो जाता है। जबकि,ऐसा नहीं है।

जी हां, आपको बता दें कि हेल्थ इंश्योरेंस में भी नो क्लेम बोनस (No-Claim-Bonus) का लाभ मिलता है। इसका मतलब है कि अगर आप किसी साल क्लेम नहीं करते हैं तो अगले साल प्रीमियम भुगतान करने पर आपको बोनस का लाभ मिलता है।

नो-क्लेम-बोनस (NCB) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक साल या उससे अधिक समय तक कोई दावा नहीं करते। नो-क्लेम-बोनस (NCB) हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसीधारकों के लिए एक महत्वपूर्ण लाभ है, खासकर उन लोगों के लिए जो एक साल या उससे अधिक समय तक कोई दावा नहीं करते। NCB एक ऐसा बोनस है जो बीमा कंपनियां पॉलिसीधारकों को देती हैं यदि वे एक पॉलिसी वर्ष में कोई दावा नहीं करते। NCB पॉलिसीधारकों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए भी प्रोत्साहित करता है। अगर आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हैं और बीमारियों से बचते हैं, तो उन्हें अतिरिक्त कवरेज के रूप में इसका लाभ मिलता है।

सिद्धार्थ मौर्य, फाउंडर एंड मैनेजिंग डायरेक्टर, विभावंगल अनुकूलकारा प्राइवेट लिमिटेड

नो-क्लेम-बोनस का फीचर (No-Claim-Bonus Features)

  • भारतीय इंश्योरेंस कंपनियां में क्लेम फ्री साल के आधार पर बोनस रेट दिया जता है। यह बोनस 5 फीसदी से 20 फीसदी दिया जाता है।
  • फैमिली फ्लोटर पॉलिसी (Family Floater Policy) में किसी भी फैमिली का मेंबर नो-क्लेम बोनस का लाभ मिलता है। नो-क्लेम बोनस का लाभ क्लेम फ्री साल और सम इंश्योर्ड के आधार पर दिया जाता है।
  • अगर आप एक कंपनी से दूसरी कंपनी में भी इंश्योरेंस पोर्ट करवाते हैं तब भी आपको नो-क्लेम बोनस को लेकर कोई टेंशन लेने की जरूर नहीं करनी होगी। इंश्योरेंस कंपनी बदलने पर भी नो क्लेम बोनस राशि एक्टिव रहेगी।
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नो-क्लेम-बोनस के फायदे (Benefits of No-Claim-Bonus Features)

अगर आप कई साल तक हेल्थ इंश्योरेंस में कोई क्लेम नहीं करते हैं तो नो-क्लेम-बोनस आपको रिवॉर्ड के तौर पर मिलता है। यह आपके पॉलिसी रिन्यूल एक्सपेंस को कम करता है। उदाहरण के लिए, अगर आपने एक साल में कोई क्लेम नहीं किया है, तो अगली बार जब आप पॉलिसी को रिन्यू करेंगे, तो आपका कवरेज बिना किसी अतिरिक्त लागत के बढ़ सकता है। यह लंबी अवधि में आपके लिए एक बड़ा लाभ साबित हो सकता है।

अगर आपका अस्पताल का बिल ज्यादा बढ़ा नहीं आता है और आप इसे मैनेज कर सकते हैं तो आपको बिना क्लेम किये खुद ही बिल भरना चाहिए। इससे आपको अपने हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर संचयी लाभ का आनंद लेने में मदद मिलेगी।

नो-क्लेम बोनस के जरिये आप पैसे भी बचा सकते हैं। दरअसल, NCB के तहत अगर बोनस रेट मिलता है तो रिन्यू के समय आपको कम प्रीमियम का भुगतान करना पड़ेगा। इसका मतलब है कि आपको डबल फायदा होगा। कम प्रीमियम को आपको सामान लाभ मिलेगा।

नो-क्लेम-बोनस एक तरह के पॉलिसीहोल्डर को अपने हेल्थ की तरफ ध्यान रखने और जब तक कोई बड़ी आपात स्थिति उत्पन्न न हो जाए तब तक क्लेम दायर करने से बचाता है।

नो-क्लेम-बोनस एक तरह से आपको और आपके पूरे परिवार को मेडिकल इमरजेंसी के समय फाइनेंशियल प्रोटेक्शन देने में मदद करता है।

अंतः में कह सकते हैं कि नो-क्लेम-बोनस एक स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ वित्तीय सुरक्षा बढ़ाने का एक उत्कृष्ट तरीका है। निवेशकों के लिए, यह एक स्मार्ट विकल्प हो सकता है जो न केवल उनके पैसे की सुरक्षा करता है बल्कि भविष्य में अप्रत्याशित चिकित्सा खर्चों से भी बचाता है।

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