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Health Insurance Portability: कम कवरेज से हैं परेशान, हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाना बन सकता है समाधान

Health Insurance Portability हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाने का प्रोसेस बहुत मुश्किल नहीं होता है। इसके लिए आपको अपनी कुछ जानकारियों को देने की जरूरत भर होती है। हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करने के लिए कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या ऑफिस विजिट कर सकते हैं।अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी की खराब सर्विस और कम कवरेज जैसी बातों को लेकर परेशान हैं तो ये विकल्प आपके काम आ सकता है।

By Shivani KotnalaEdited By: Shivani KotnalaUpdated: Mon, 11 Sep 2023 09:30 PM (IST)
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कम कवरेज से हैं परेशान, हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाना बन सकता है समाधान

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी की खराब सर्विस और कम कवरेज जैसी बातों को लेकर परेशान हैं तो ये आर्टिकल आपके काम का हो सकता है। आप हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाने के विकल्प पर जा सकते हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाने का प्रोसेस बहुत मुश्किल नहीं होता है। इसके लिए आपको अपनी कुछ जानकारियों को देने की जरूरत भर होती है। हेल्थ इंश्योरेंस को पोर्ट करने के लिए कंपनी की ऑफिशियल वेबसाइट या ऑफिस विजिट कर सकते हैं।

ऐसे करवाएं हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट

  • हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाने के लिए सबसे पहले कंपनी को पोर्ट रिक्वेस्ट भेजनी होती है। इसके साथ ही आपके नाम, फोन नंबर और ईमेल जैसी जानकारियां देनी होंगी।
  • कंपनी की ओर से आपको एक पोर्टेबिलिटी फॉर्म भेजा जाएगा।
  • कंपनी की ओर से जवाब के लिए आपको 15 दिनों का इंतजार करना होगा।

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हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करवाने के लिए दो जरूरी बातें

  • आपको ध्यान रखने की जरूरत होगी कि पोर्ट की रिक्वेस्ट मौजूदा पॉलिसी की रिन्यूअल तारीख से कम से कम 45 दिन पहले हो।
  • जिस कंपनी की इंश्योरेंस पॉलिसी ले रहे हैं उसे आपके आवेदन करने के बाद 3 दिन के भीतर आगे जानकारी देनी होती है।

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने के मिलते हैं फायदे

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने के साथ सम इंश्योर्ड और नो क्लेम बोनस भी नई पॉलिसी में जुड़ जाता है। इसका सीधा मतलब हुआ कि नई पॉलिसी के साथ आपको ज्यादा राशि का फायदा मिलता है।

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने के साथ आपको कस्टमाइजेशन का फायदा मिलता है। अगर आप सही कवर न मिल पाने को लेकर परेशान हैं तो नई पॉलिसी के साथ अपनी जरूरतों का ध्यान रख सकते हैं।

हेल्थ इंश्योरेंस पोर्ट करने के साथ निरंतर कवरेज पाने की राह भी आसान हो जाती है।

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