HDFC Bank ने ब्याज दरों में किया इजाफा, जानिए आपकी जेब पर कितना बढ़ेगा बोझ
आरबीआई की ओर से रेपो रेट में 1.4 प्रतिशत का इजाफा करने के बाद बैंकों की ओर से ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है। इसी कड़ी में आज एचडीएफसी बैंक ने ब्याज दरों में इजाफा किया है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Wed, 07 Sep 2022 05:17 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। देश के सबसे बड़े निजी बैंक एचडीएफसी ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट यानी MCLR में 10 बेसिस पॉइंट्स या 0.10 प्रतिशत की वृद्धि की है। यह उन लोगों के लिए बड़ा झटका है, जो एचडीएफसी बैंक से लोन लेने की योजना बना रहे हैं या फिर लोन लिया हुआ है। एमसीएलआर की नई दर बुधवार (7 सितंबर, 2022) से ही लागू हो गई है।
एमसीएलआर का सीधा संबंध किसी भी बैंक की ओर से दिए जाने वाले लोन से होता है। इसी के आधार पर बैंक होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन पर ली जाने वाली दर को निर्धारित करती है। ऐसे में एमसीएलआर रेट बढ़ने से एचसीएफसी बैंक से लोन लेने वाले ग्राहकों की ईएमआई (HDFC Bank EMI) में इजाफा होगा। इसका मतलब है कि अब हर महीने लोन के लिए अधिक पैसे चुकाने पड़ेंगे। हालांकि आपके लिए गए लोन के प्रकार पर निर्भर करता है।
कितना है MCLR?
एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट पर जारी नई दरों के मुताबिक, अब एक साल की एमसीएलआर रेट को बढ़ाकर 8.2 फीसदी कर दिया गया है। वहीं एक महीने, तीन महीने और छह महीने की अवधि का एमसीएलआर को 7.90 प्रतिशत, 7.95 प्रतिशत और 8.05 प्रतिशत कर दिया गया है। पिछले महीने भी एचडीएफसी बैंक ने एमसीएलआर रेट में 5 से 10 बेसिस पॉइंट्स का इजाफा किया था।बैंक क्यों बढ़ा रहे हैं MCLR?
आरबीआई की ओर से महंगाई को काबू करने के लिए पिछले चार महीनों में रेपो रेट को 1.4 फीसदी तक बढ़ा दिया गया है, जिसके कारण बैंकों की कर्ज की लागत में इजाफा हो गया है और अब बैंक इसका बोझ अपने ग्राहकों पर डाल रहे हैं। रेपो रेट वह दर होती है, जिस पर देश भर के सभी कमर्शियल बैंक आरबीआई से लोन लेते हैं। पिछले चार महीनों में देश के लगभग सभी सरकारी और गैर-सरकारी बैंकों ने ब्याज दरों में इजाफा किया है।