हिंदुस्तान जिंक के शेयरधारकों की चांदी, कंपनी ने बंपर डिविडेंड का किया एलान
अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के मालिकाना हक वाली हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जिंक प्रोड्यूसर है। वहीं चांदी उत्पादन के मामले में यह तीसरे नंबर पर है। हिंदुस्तान जिंक का कारोबार 40 देशों में फैला हुआ है। भारत के प्राइमरी जिंक मार्केट में इसकी हिस्सेदारी 75 फीसदी से अधिक है। इसके शेयरों ने पिछले 6 महीने में 60 फीसदी से अधिक रिटर्न दिया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। वेदांता ग्रुप की कंपनी हिंदुस्तान जिंक (Hindustan Zinc Ltd) ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए अपने शेयरहोल्डर्स को 19 रुपये का दूसरा इंटरिम डिविडेंड देने का एलान किया है। इसकी लागत 8,028.11 करोड़ रुपयो होगी। डिविडेंड पर फैसला लेने के लिए मंगलवार (20 अगस्त) को मीटिंग हुई। हिंदुस्तान जिंक (HZL) ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में बीएसई को बताया कि उसके बोर्ड ने 19 रुपये के दूसरे इंटरिम डिविडेंड की मंजूरी दे दी है।
डिविडेंड के लिए मशहूर HZL
हिंदुस्तान जिंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए कुल 5,493 करोड़ रुपये का डिविडेंड दिया था। इसमें से 1,622 करोड़ का डिविडेंड सरकार को मिला, जिसकी कंपनी में 29.5 फीसदी हिस्सेदारी है। वित्त वर्ष 2022-23 की बात करें, तो हिंदुस्तान जिंक ने डिविडेंड देने के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए थे। कंपनी ने 32,000 करोड़ रुपये का बंपर डिविडेंड दिया। इसमें सरकार को 9,500 करोड़ रुपये मिले।
क्या करती है हिंदुस्तान जिंक
अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के मालिकाना हक वाली हिंदुस्तान जिंक दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी जिंक प्रोड्यूसर है। वहीं, चांदी उत्पादन के मामले में यह तीसरे नंबर पर है। हिंदुस्तान जिंक का कारोबार 40 देशों में फैला हुआ है। भारत के प्राइमरी जिंक मार्केट में इसकी हिस्सेदारी 75 फीसदी से अधिक है। इसकी कई देशों में खदानें हैं।हिंदुस्तान जिंक के शेयरों का हाल
पिछले कुछ दिनों से हिंदुस्तान जिंक के शेयरों में गिरावट देखने को मिल रही थी। खासकर, जब से वेदांता ग्रुप में अपनी इस सहायक कंपनी में हिस्सेदारी बेचने का एलान किया था। लेकिन, आज कंपनी के शेयरों में उछाल दिखा और यह 3.67 फीसदी की बढ़त के साथ 514 रुपये पर बंद हुआ। पिछले 6 महीने में हिंदुस्तान जिंक ने करीब 65 फीसदी का रिटर्न दिया है। इसका ऑलटाइम हाई लेवल 808 रुपये का है, जो इसने इसी साल मई में बनाया है।
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