टियर-2 शहरों में 94 प्रतिशत तक बढ़े घरों के दाम, लग्जरी होम की बिक्री में हुई इतनी बढ़ोतरी
24 मझोले बाजारों में आवास कीमतों में दोहरे अंकों की वृद्धि देखी गई। वहीं शेष छह में एकल अंक की मूल्य वृद्धि दर्ज की गई। आगरा में घरों की कीमतें 2019-20 में 3692 रुपये प्रति वर्ग फुट से अधिकतम 94 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 7163 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में अप्रैल-जून 2024 के दौरान 1.56 अरब डालर के सौदे हुए हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। लगातार बढ़ रही आवासीय संपत्तियों की मांग की वजह से पिछले चार वर्षों में टॉप-30 टियर-2 शहरों या मझोले बाजारों में घरों की कीमतें 94 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं। रियल एस्टेट डेटा विश्लेषक कंपनी प्रापइक्विटी ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान परियोजनाओं के औसत पेशकश मूल्य की तुलना 2019-20 की दरों से की है।
क्या कहते हैं आंकड़े?
आंकड़ों के अनुसार, 24 मझोले बाजारों में आवास कीमतों में दोहरे अंकों की वृद्धि देखी गई। वहीं, शेष छह में एकल अंक की मूल्य वृद्धि दर्ज की गई। टॉप-10 शहरों में आवासीय संपत्ति की कीमतों में 54 प्रतिशत से 94 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है।
आगरा में घरों की कीमतें 2019-20 में 3,692 रुपये प्रति वर्ग फुट से अधिकतम 94 प्रतिशत बढ़कर 2023-24 में 7,163 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गईं। गोवा में आवास कीमतों में 90 प्रतिशत, लुधियाना में 89 प्रतिशत, इंदौर में 72 प्रतिशत, चंडीगढ़ में 70 प्रतिशत, देहरादून में 68 प्रतिशत, अहमदाबाद में 60 प्रतिशत, भुवनेश्वर में 58 प्रतिशत, मैंगलोर में 57 प्रतिशत तथा तिरुअनंतपुरम में 54 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
यह भी पढ़ें- Gold Silver Price: सोने में आई चमक, वहीं चांदी हुई सस्ती; जाने गोल्ड-सिल्वर के लेटेस्ट प्राइसटियर-2 शहर अमृतसर, मोहाली, लुधियाना, चंडीगढ़, पानीपत, देहरादून, भिवाड़ी, सोनीपत, जयपुर, आगरा, लखनऊ, भोपाल, इंदौर, विशाखापत्तनम, विजयवाड़ा, गुंटूर, मैंगलोर, मैसूर, कोयंबटूर, कोच्चि, तिरुअनंतपुरम, रायपुर, भुवनेश्वर, अहमदाबाद, गांधीनगर, वडोदरा, सूरत, नासिक, नागपुर और गोवा हैं।
रियल एस्टेट क्षेत्र में 1.56 अरब डालर के 19 सौदे हुए
भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र में अप्रैल-जून, 2024 के दौरान 1.56 अरब डालर के सौदे हुए हैं। रियल एस्टेट परामर्श कंपनी ग्रांट थार्नटन की रिपोर्ट में कहा गया है कि यह आंकड़ा पिछली (जनवरी-मार्च, 2024) तिमाही से लगभग आठ गुना अधिक है। पिछले साल की समान अवधि में सिर्फ 20 करोड़ डालर के सौदे हुए थे।