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एयरलाइन कंपनियां कैसे तय करती हैं हवाई किराया, फ्लाइट टिकट पर यात्रियों से कौन-से चार्ज लिये जाते हैं?

देश में कई लोगों ने अभी तक हवाई सफर का आनंद नहीं लिया होगा। महंगी टिकट की वजह से वह फ्लाइट की जगह बाकी यातायात के साधन को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे में मन में सवाल आता है कि आखिर फ्लाइट की टिकट बाकी यातायात के साधनों की तुलना में महंगी क्यों होती है। आइए जानते हैं कि फ्लाइट टिकट पर कितने तरह के चार्ज शामिल होते हैं।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Sat, 25 May 2024 08:00 AM (IST)
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एयरलाइन कंपनियां कैसे तय करती हैं हवाई किराया
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। Flight Ticket Components: आज भी देश में कई लोग हैं जिन्होंने हवाई सफर का आनंद नहीं लिया है। रोज आसमान की तरफ उड़ते विमान को देखते हुए वह अवश्य कहते हैं कि एक दिन हम भी फ्लाइट में बैठेंगे। कई बार लोग फ्लाइट टिकट की कीमतों की वजह से भी इसमें यात्रा नहीं करते हैं।

फ्लाइट की टिकट महंगी होने की वजह से भी लोग दूसरे यातायात साधन को प्राथमिकता देते हैं। ऐसे में सवाल आता है कि आखिर बाकी यातायात साधन की तुलना में फ्लाइट महंगी क्यों होती है।

वैसे तो कहा जाता है कि फ्लाइट में कम समय में हम डेस्टिनेशन पर पहुंच जाते हैं। इस वजह से इसकी टिकट महंगी होती है। लेकिन, आपको जानकर हैरानी होगी की एयरलाइन कंपनी यात्रियों से फ्लाइट टिकट पर कई तरह के शुल्क लेती है।

इन शुल्क की वजह से फ्लाइट की टिकट महंगी होती है। आज हम आपको बताएंगे कि फ्लाइट टिकट में कौन-कौन से शुल्क शामिल है।

फ्लाइट टिकट में शामिल होते हैं ये चार्ज

एविएशन रेगुलेटर Directorate General of Civil Aviation (DGCA) की अधिकारिक वेबसाइट के अनुसार फ्लाइट टिकट में शामिल चार्ज एयरलाइन कंपोनेंट, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, एयरपोर्ट ऑपरेटर, सरकार के पास जाती है। चलिए, जानते हैं कि हर डिपार्टमेंट यात्रियों से कौन-कौन सा चार्ज लेता है।

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एयरलाइन कंपोनेंट

एयरलाइन कंपोनेंट में फ्लाइट टिकट का बेसिक फेयर (Basic fare) आता है। इसमें एयरलाइन फ्यूल चार्ज (Airline Fuel Charge) भी शामिल होता है। इसके अलावा इसमें यात्रियों से कॉमन यूजर टर्मिनल इक्विपमेंट (CUTE) चार्ज भी लिया जाता है। मेटल डिटेक्टिंग मशीन, एस्केलेटर और दूसरे डिवाइस CUTE में शामिल होते हैं।

यात्री टिकट बुकिंग के लिए डेबिट कार्ड (Debit Card) या क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल करते हैं तो उसके लिए एयरलाइन उनसे सुविधा शुल्क (Convenience Fee) भी लेता है।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया

एयरपोर्ट पर यात्रियों को सुरक्षा दी जाती है। इसके लिए यात्रियों से पैसेंजर सर्विस फीस (Passenger Service Fee) ली जाती है। कई एयरपोर्ट पर यात्रियों को यह फीस नहीं देनी होती है।

एयरपोर्ट ऑपरेटर

एयरपोर्ट ऑपरेटर में एयरपोर्ट डेवलपमेंट फीस (Airport Development Fee) और यूजर डेवलपमेंट फीस (User Development Fee) शामिल होता है। सभी एयरपोर्ट में इन चार्ज की दरें अलग होती है। यह चार्ज बेसिक एयरपोर्ट के डेवलपमेंट के लिए वसूला जाता है।

भारत सरकार

फ्लाइट टिकट में यात्रियों से सर्विस टैक्स (Service Tax) लिया जाता है। फ्लाइट टिकट में हमें जीएसटी देना होता है, जो डायरेक्ट सरकार के के पास जाता है।

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