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क्रेडिट स्कोर का आपके लोन रेट कैसे पर पड़ता है असर? बैंक से ले रहे हैं कर्ज, तो जरूर बरतें ये सावधानी

आपको क्रेडिट कार्ड लेना हो या फिर घर-गाड़ी के लिए लाखों का लोन क्रेडिट स्कोर की जरूरत हमेशा पड़ेगी। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है तो आसान शर्तों पर कर्ज मिल जाएगा। ब्याज दर और लोन चुकाने की अवधि में भी कुछ रियायत मिल सकती है। अगर क्रेडिट स्कोर खराब है तो बैंक लोन देने से मना कर सकते हैं। कर्ज देंगे भी तो ब्याज दर अधिक हो सकती है।

By Suneel Kumar Edited By: Suneel Kumar Updated: Sun, 21 Jul 2024 08:00 AM (IST)
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क्रेडिट स्कोर की शुरुआत 300 अंक से होती है।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। आपको गाड़ी और खरीदने के लिए लोन की जरूरत है, लेकिन बैंक आपको कर्ज देगा या नहीं, ये काफी हद तक आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। इसे आम बोलचाल में सिबिल स्कोर भी कहते हैं। यह तीन अंकों की संख्या होती है, 300 से 900 के बीच। यह संख्या आपके क्रेडिट का इतिहास होती है। मसलन, आपने पहले लोन लिया है या नहीं। अगर लिया है, तो उसे समय पर चुकाया है नहीं। यहां तक कि आपने सिर्फ लोन के लिए इंक्वायरी भी की होगी, तो उसका रिकॉर्ड भी इन नंबरों में कैद हो जाता है।

कैसे तय होता है क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर की गणना देश के प्रमुख क्रेडिट ब्यूरो करते हैं। RBI ने इसके लिए चार क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों को लाइसेंस दे रखा है- क्रेडिट इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (CIBIL), CRIF हाईमार्क, एक्सपीरियन, और इक्विफैक्स। इनमें तो CIBIL इतनी मशहूर है कि लोग क्रेडिट स्कोर को सिबिल स्कोर ही कहने लगे हैं। ये कंपनियां आपके क्रेडिट स्कोर का मूल्यांकन करती हैं, जिससे आपकी फाइनेंशियल हेल्थ का पता चलता है।

क्रेडिट स्कोर की अहमियत

आपको क्रेडिट कार्ड लेना हो या फिर घर-गाड़ी के लिए लाखों का लोन, क्रेडिट स्कोर की जरूरत हमेशा पड़ती है। अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आपको आसान शर्तों पर कर्ज मिल जाएगा। ब्याज दर और लोन चुकाने की अवधि में भी कुछ रियायत मिल सकती है। लेकिन, अगर क्रेडिट स्कोर खराब है, तो बैंक लोन देने से मना कर सकते हैं। कर्ज देंगे भी, तो कड़ी शर्तों और अधिक ब्याज दर के साथ।

क्यों कम होता है क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर कम होने की कई वजहें हो सकती हैं। जैसे कि लोन की किस्त चूकना, क्रेडिट कार्ड के भुगतान में देरी, पुराना क्रेडिट कार्ड बंद करना। अगर आप कम समय के अंतराल में क्रेडिट कार्ड या लोन के लिए कई बार पूछताछ करते हैं, तो भी आपका क्रेडिट स्कोर घट सकता है। क्रेडिट स्कोर बेहतर रखने के लिए क्रेडिट कार्ड का बिल और दूसरी EMI को समय पर भरना चाहिए।

कितना क्रेडिट स्कोर अच्छा

650 से 749 के स्कोर का अच्छा समझा जाता है। यह आपको सामान्य ब्याज दरों पर कर्ज दिला सकता है। 750 से 799 के क्रेडिट स्कोर काफी अच्छा होता है। इस स्कोर वालों को आकर्षक ब्याज दर पर लोन मिल सकता है। 800 से 900 के क्रेडिट स्कोर को उत्कृष्ट माना जाता है। आपको लोन में क्रेडिट स्कोर के हिसाब से जितना मुमकिन होगा, उतनी रियायत मिल सकती है।

इससे कम न हो क्रेडिट स्कोर

क्रेडिट स्कोर की शुरुआत 300 अंक से होती है। अगर आपका स्कोर 549 तक है, तो इसका मतलब कि आपने कर्ज चुकाने का रिकॉर्ड काफी खराब है। आपको किसी प्रतिष्ठित वित्तीय संस्थान से कर्ज मिलना तकरीबन नामुमकिन ही होता है। 550 से 649 तक के क्रेडिट स्कोर को औसत माना जाता है। इस क्रेडिट स्कोर पर कर्ज मिल सकता है, लेकिन ब्याज की दर ज्यादा हो सकती है।

खराब क्रेडिट स्कोर का असर

  • आपको नया कर्ज लेने में दिक्कत होगी।
  • ज्यादा ब्याज का भुगतान करना पड़ेगा।
  • प्री-अप्रूव्ड लोन ऑफर में कमी आएगी।
  • लोन एप्लिकेशन खारिज हो सकता है।
  • लोन मिलेगा, तो कड़ी शर्तों के साथ।

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