OPS और NPS से कैसे अलग है यूनिफाइड पेंशन स्कीम, कर्मचारियों को फायदा होगा या नुकसान?
नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) पेश की है। NPS (नेशनल पेंशन सिस्टम) के तहत रिटायर हुए कर्मचारी भी UPS का लाभ उठा सकेंगे। उन्होंने जो भी पैसा निकाला होगा उसे एडजस्ट करने के बाद बकाया मिल जाएगा। साथ ही 31 मार्च 2025 तक रिटायर होने वाले कर्मचारियों को भी नई पेंशन योजना का फायदा मिलेगा।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। लंबे वक्त से ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) को बहाल करने की मांग कर रहे सरकारी कर्मचारियों को केंद्र सरकार ने बड़ा तोहफा दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में कैबिनेट ने केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS) पर अपनी मुहर लगा दी। यह कुछ बदलावों के साथ काफी हद तक पुरानी पेंशन स्कीम की तरह ही है।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम से 23 लाख सरकारी कर्मचारियों को फायदा मिलेगा। इसका मकसद कर्मचारियों को सुनिश्चित पेंशन, पारिवारिक पेंशन और न्यूनतम पेंशन की गारंटी देना है। इस सुधार से सरकारी कर्मचारियों के सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा की भावना काफी हद तक बढ़ेगी। यह योजना 1 अप्रैल, 2025 से लागू होगी। राज्य सरकारें भी चाहें, तो इस योजना को लागू कर सकेंगी।
यूनिफाइड पेंशन स्कीम के फायदे
यह स्कीम केंद्र सरकार के कर्मचारियों को सुनिश्चित पेंशन की गारंटी देगी। अगर किसी भी सेवानिवृत्त कर्मचारी 25 साल की न्यूनतम सेवा की है, तो उसे रिटायरमेंट से पहले के 12 महीनों के औसत बेसिक सैलरी का 50 फीसदी पेंशन के रूप में मिलेगी। इसका मतलब कि अगर किसी औसत बेसिक सैलरी 50 हजार रुपये रहेगी, तो उसे पेंशन के तौर पर हर महीने 25 हजार रुपये मिलेंगे। अगर किसी सेवा अवधि कम है, तो उसे उसी हिसाब से कम पेंशन मिलेगी। पेंशन के लिए कम से कम 10 साल की सर्विस करनी अनिवार्य रहेगी।
पारिवारिक पेंशन और न्यूनतम पेंशन की गारंटी
कर्मचारी की मृत्यु की स्थिति में आश्रित को उस पेंशन का 60 फीसदी मिलेगा, जो कर्मचारी को मृत्यु से पहले मिल रही थी। इसका मतलब कि अगर कोई कर्मचारी 25,000 रुपये की पेंशन पा रहा था, तो उसके निधन के बाद आश्रित को 15,000 रुपये महीना मिलेंगे। इसका मकसद कर्मचारी के आश्रितों को वित्तीय सुरक्षा उपलब्ध कराना है। यूनिफाइड पेंशन स्कीम में न्यूनतम 10 साल की सेवा के बाद 10 हजार रुपये प्रति माह पेंशन का प्रावधान है। इससे उन कर्मचारियों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी, जिनका वेतन कम रहेगा।यूनिफाइड पेंशन स्कीम के अन्य लाभ
- सरकार यूनिफाइड पेंशन स्कीम के तहत दी जाने वाली तीनों पेंशन को मुद्रास्फीति के हिसाब से एडजस्ट करेगी। इसका मतलब कि महंगाई के हिसाब से सुनिश्चित पेंशन, पारिवारिक पेंशन और न्यूनतम पेंशन को बढ़ाया जाएगा।
- सरकारी कर्मचारियों की पेंशन औद्योगिक श्रमिकों के लिए अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (AICPI-IW) पर आधारित होगी, जो सेवारत कर्मचारियों के लिए प्रावधानों के समान है।
- सरकारी कर्मचारियों को ग्रेच्युटी के अलावा प्रत्येक पूर्ण छह महीने की सेवा के लिए रिटायरमेंट की तारीख के अनुसार मासिक परिलब्धियों (वेतन + डीए) के 1/10वें हिस्से के बराबर एकमुश्त भुगतान मिलेगा। यह सुनिश्चित पेंशन से पूरी तरह अलग होगा।