Gautam Adani : सुनील मित्तल और राजीव बजाज को छोड़िए, अपने अधिकारियों से भी कम वेतन लेते हैं गौतम अदाणी
अरबपति कारोबारी गौतम अदाणी को वित्त वर्ष 2023-24 में अपने ग्रुप की कंपनियों से 9.26 करोड़ रुपये का वेतन मिला। यह बाकी कई उद्योगपतियों के साथ उनके अपने अधिकारियों के मुकाबले भी काफी कम है। आइए जानते हैं कि बाकी उद्योगपतियों को कितना पे-पैकेज मिलता है और देश के सबसे अमीर शख्स व रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी कितना वेतन लेते हैं।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अदाणी (Gautam Adani) को 31 मार्च, 2024 को खत्म वित्त वर्ष में कुल 9.26 करोड़ रुपये का वेतन है। यह इंडस्ट्री में अदाणी के बाकी समकक्षों को छोड़ दीजिए, उनके अपने प्रमुख अधिकारियों के मुकाबले भी कम है।
अदाणी ग्रुप की कुल 10 कंपनियां शेयर मार्केट में लिस्ट हैं, जिनका कारोबार बंदरगाह से लेकर ऊर्जा क्षेत्र में फैला हुआ है। इनकी सालाना रिपोर्ट से पता चलता है कि 61 साल के अदाणी ने ग्रुप की 10 कंपनियों से सिर्फ दो से ही वेतन लिया।
समूह की सबसे दिग्गज कंपनी है, अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL)। इससे 2023-24 के लिए गौतम अदाणी को पारिश्रमिक में 2.19 करोड़ रुपये का वेतन और 27 लाख रुपये के भत्ते के साथ अन्य लाभ मिल मिले यानी कुल 2.46 करोड़ रुपये। यह एक साल पहले के मुकाबले तीन फीसदी अधिक है। वहीं, अदाणी पोर्ट्स एंड SEZ लिमिटेड (APSEZ) से उन्हें 6.8 करोड़ रुपये का वेतन मिला।
अदाणी का वेतन काफी कम
अगर भारत के लगभग सभी बड़े कारोबारी घरानों की बात करें, तो उनके प्रमुख के मुकाबले गौतम अदाणी का वेतन काफी कम है। देश के सबसे रईस और रिलायंस ग्रुप के मालिक मुकेश अंबानी कोरोना महामारी के बाद से कोई वेतन नहीं ले रहे। उससे पहले उनका सालाना पैकेज 15 करोड़ रुपये पर फिक्स था।
अदाणी का पारिश्रमिक दिग्गज टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल के मुखिया सुनील भारती मित्तल (2022-23 में 16.7 करोड़ रुपये), बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज (53.7 करोड़ रुपये), हीरो मोटोकॉर्प के सीएमडी पवन मुंजाल (80 करोड़ रुपये), एलएंडटी के चेयरमैन एस एन सुब्रह्मण्यन और इंफोसिस के सीईओ सलिल एस पारेख से काफी कम है।
कितनी है गौतम अदाणी की नेटवर्थ
ब्लूमबर्ग बिलियनेयर इंडेक्स के अनुसार, अदाणी की संपत्ति 106 अरब डॉलर है। वे मुकेश अंबानी के साथ एशिया के सबसे शख्स बनने की होड़ में शामिल हैं। वह 2022 में सबसे अमीर एशियाई बन गए थे, लेकिन अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के बाद अदाणी ग्रुप के शेयरों में बड़ी गिरावट आई और उन्होंने वह रुतबा खो दिया।हालांकि, अब ग्रुप की सभी कंपनियां उस झटके से उबर चुकी हैं। अदाणी ने इस साल दो मौकों पर एशिया के सबसे रईस शख्स बने, लेकिन दोनों बार अंबानी वापस उनसे आगे निकल गए। अंबानी 111 अरब डॉलर की नेटवर्थ के साथ दुनिया के सबसे अमीर लोगों की सूची में 12वें स्थान पर हैं। वहीं अदाणी 14वें स्थान पर हैं।