सिर्फ जौहरी ही नहीं आप भी आसानी से कर सकते हैं सोने की शुद्धता की पहचान, जानिए क्या है पैमाना
देश में लोग धनतेरस के दौरान पूरे भारत में सोने की मांग बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप भी इस धनतेरस पर सोने के आभूषण या सोने से जुड़ी चीजें खरीदना चाहते हैं तो जान लीजिए की सोने की शुद्धता आप कैसे पहचान सकते हैं। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कहावत है कि असली सोने की पहचान सिर्फ एक जौहरी ही कर सकता है। लेकिन अब आप भी बड़ी आसानी से सोने की शुद्धता की पहचान कर सकते हैं। 12 नवंबर को देश में रौशनी का त्योहार दिवाली मनाई जाएगी लेकिन उससे पहले धनतेरस का शुभ दिन आता है।
भारत में लोग धनतेरस के मौके पर सोना खरीदने से नहीं चूकते और इस दौरान सोने की डिमांड देश भर में बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप भी इस धनतेरस पर गोल्ड ज्वैलरी या सोने से जुड़ा कुछ सामान खरीदने जा रहे हैं तो उससे पहले यह जरूर जान लें की आप सोने की शुद्धता की पहचान कैसे कर सकते हैं।
सोने की शुद्धता पर निर्भर करती है कीमत
सबसे शुद्ध सोना 24 कैरेट का माना जाता है। हालांकि 24 कैरेट सोना का इस्तेमाल सोने की ज्वैलरी बनाने में नहीं किया जाता। गोल्ड ज्वैलरी बनाने के लिए 18 और 22 कैरेट गोल्ड का उपयोग किया जाता है। 18, 22 और 24 कैरेट इन तीनों गोल्ड की कीमत अलग-अलग होती है। ऐसे में आपके लिए बेहद जरूरी से यह पता लगाना की आपका सोना कितना शुद्ध है।
कैसे करें शुद्धता की पहचान?
कैरेट की करें जांच: आपका सोना कितना शुद्ध है इसकी पहचान करने के लिए आप कैरेट की जांच कर सकते हैं कि आपका सोना कितने कैरेट का है। आपको बता दें कि सोने की शुद्धता कैरेट (K) में मापी जाती है यानी आपका सोना जितने अधिक कैरेट का होगा वह उतना ही शुद्ध यानी प्योर होगा।
24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है जिसकी प्योरिटी 999 होती है। इसका आसान सा मतलब यह की 24 कैरेट सोना 99.90 प्रतिशत प्योर होता है और इसमें केवल 0.1 फीसदी अन्य धातु होते हैं। हालांकि 24 कैरेट सोने का इस्तेमाल गहने बनाने में नहीं होता बल्कि इसका इस्तेमाल गोल्ड बार या सोने के सिक्के बनाने में किया जाता है। सोने के गहने 18 या 22 कैरेट के गोल्ड से बनाए जाते हैं।
ये भी पढ़ें: Gold Investment के लिए ज्वैलरी के अलावा ये भी हैं बेस्ट ऑप्शन, शुद्धता की गांरटी के साथ चोरी की चिंता भी नहीं सताएगी
हॉलमार्क चेक करें: आपका सोना असली है या नकली यह जानने के लिए और सोने की शुद्धता की पहचान के लिए आपको हॉलमार्क वाले गहने ही लेने चाहिए। भारत सरकार ने सभी सोने के गहने पर हॉलमार्क लगाना अनिवार्य कर दिया है। अगर आपके सोने के गहने पर हॉलमार्क नहीं है तो उस गहने को ना खरीदें।
चुंबक से करें जांच: सोना एक गैर-चुंबकीय धातु है, जबकि अधिकांश अन्य धातुओं में चुंबकीय गुण होते हैं। इसलिए, यदि आप असली सोने को चुंबक के पास रखते हैं तो आपका सोना चुंबक में नहीं चिपकेगा। सोने के कैरेट जिनते कम होंगे वह उतना ही अधिक चिपकेगा। 10 कैरेट से नीचे वाले सोने को अशुद्ध माना जाता है।