रिटायरमेंट के बाद भी खुशहाल जीवन जीने के लिए प्लानिंग है जरूरी, ऐसे करें अपना Retirement Plan
सेवानिवृत्ति योजना का अर्थ सेवानिवृत्ति लक्ष्य निर्धारित करना यह गणना करना कि आपको कितने पैसे की आवश्यकता है और अपनी बचत बढ़ाने के लिए सही निवेश करना है। सेवानिवृत्ति की योजना बनाने में आपकी आय के स्रोतों को जानना सेवानिवृत्ति की लागत का अनुमान लगाना और बचत योजना लागू करना शामिल है। जानिए कैसे करें रिटायरमेंट प्लानिंग। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 16 Aug 2023 09:30 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: इस आर्टिकल की शुरुआत एक सवाल से करते हैं। क्या हो अगर हम अपने जीवन में कुछ भी प्लान न करें? इसका जवाब होगा कि इस स्थिति में आपके पास एक समय गुजर जाने के बाद पछताने के अलावा और कुछ नहीं होगा। इसके अलावा अगर हम प्लानिंग नहीं करते हैं तो हमारे जीवन अनिश्चितता से भर जाएगा।
इन्हीं अनिश्चितता को आसान बनाने और भविष्य में एक सुखी जीवन के लिए प्लानिंग काफी जरूरी है। आज हम आपको रिटायरमेंट प्लानिंग के बारे में बताने जा रहे हैं, क्योंकि यह एक ऐसा विषय है जिसे लोग, खासकर युवा नजरअंदाज कर देते हैं जो करना गलत है। चलिए जानते हैं कैसे करें रिटायरमेंट प्लानिंग।
किसे कहते हैं रिटायरमेंट प्लानिंग?
रिटायरमेंट प्लानिंग एक सेवानिवृत्ति लक्ष्य निर्धारित करने, आपके लिए आवश्यक राशि की गणना करने और अपनी बचत बढ़ाने के लिए सही निवेश करने के बारे में है।सेवानिवृत्ति योजना में आय के स्रोतों को जानना, रिटायरमेंट के बाद खर्चों का अनुमान लगाना और बचत योजना लागू करना शामिल है। सेवानिवृत्ति के लिए योजना बनाने से सेवानिवृत्ति में एक खुशहाल और सुरक्षित जीवन सुनिश्चित किया जा सकता है।
ऐसे करें रिटायरमेंट प्लानिंग
पहले बनाएं बजटसेवानिवृत्ति योजना बनाने से पहले, आपको एक बजट बनाना होगा जो आपकी वर्तमान आय और व्यय को दर्शाता हो। आपको यह सुनिश्चित करना होगा कि आपके पास अतिरिक्त पैसा हो। घरेलू खर्चों और भोजन के अलावा, आपको सेवानिवृत्ति बचत की भी योजना बनानी चाहिए ताकि आप हर महीने उनके लिए पैसे अलग रख सकें।
ऑटोमैटिक फंड ट्रांसफर को करें चालू यह टूल आपके खाते और आपके सेवानिवृत्ति खाते के बीच स्थापित होना चाहिए। आपके द्वारा चुने गए प्रत्येक महीने के उसी दिन पैसे का एक हिस्सा स्वचालित रूप से आपके सेवानिवृत्ति खाते में जमा कर दिया जाता है। इस तरह आप अपना पैसा खर्च करने का जोखिम नहीं उठाते।
अपने कर्ज को जल्द से जल्द करें कम65 वर्ष की आयु तक कर्ज-मुक्त होने का लक्ष्य रखें। किसी भी प्रकार के लोन उदाहरण के लिए क्रेडिट कार्ड लोन, कार लोन, बच्चों की पढ़ाई के लिए लिया गया लोन, पर्सनल लोन इत्यादि को जल्द से जल्द खत्म कर दें।