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No Cost EMI Plan: बेस्ट नो-कॉस्ट ईएमआई प्लान कैसे चुने? यहां जानें इस सवाल का जवाब

No-Cost EMI सुनने में जितना अच्छा लगता है उतना ही इसे सेलेक्ट करने में सावधानी बरतने की जरूरत है। अगर नो-कॉस्ट ईएमआई प्लान सही से नहीं चुनते हैं तो आपको वित्तीय परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। आज हम आपको बताएंगे कि आपको No-Cost EMI Plan सेलेक्ट करने से पहले आपको किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको बाद में कोई परेशानी न हो।

By Priyanka Kumari Edited By: Priyanka Kumari Updated: Wed, 17 Jul 2024 12:42 PM (IST)
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No-Cost EMI Plan चुनने से पहले ध्यान रखें
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। कोई भी लोन हो या फिर किसी भी महंगे सामान की खरीद पर नो-कॉस्ट ईएमआई (No-Cost EMI) लोगों को काफी आकर्षित करता है। दरअसल, नो-कॉस्ट ईएमआई में कस्टमर को हर महीने किस्त देनी होती। इसमें कस्टमर को कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं देना होता है। इसके अलावा नो-कॉस्ट ईएमआई में बिना कोई अतिरिक्त पैसे दिए ग्राहक आसानी से अपने बजट के हिसाब से सामान खरीद सकता है।

नो-कॉस्ट ईएमआई सुनने से पहले आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि आप सही नो-कॉस्ट ईएमआई प्लान चुन सकें।

No-Cost EMI ऑफर सेलेक्ट करने से पहले इन बातों का रखें ध्यान

  • ऑफर: आपको नो कॉस्ट ईएमआई प्लान सेलेक्ट करने के लिए आपको कई रिटेलर्स और लेंडर्स द्वारा दिए जाने वाले नो-कॉस्ट ईएमआई ऑप्शन की तुलना करें। इन सभी द्वारा ऑफर किए जाने वाले प्लान को कंपेयर करने के बाद ही सेलेक्ट करें।
  • पात्रता:  आपको रिटेलर या वित्तीय संस्थान द्वारा ऑफर किये जाने वाले नो-कॉस्ट ईएमआई की पात्रता मापदंड को भी ध्यान में रखें।
  • बजट: नो-कॉस्ट ईएमआई के लिए आपको अपने बजट का ध्यान रखने की जरूरत है। इसके लिए आप पहले ईएमआई पीरियड और फिर सामान की टोटल कॉस्ट कैलकुलेट करें और फिर अपना बजट के हिसाब से ही चीजें सेलेक्ट करें।  
  • नियम व शर्तें: कोई भी प्लान को सेलेक्ट करने से पहले उसके नियम व शर्तों को ध्यान से पढ़ें। इसमें आप जरूर चेक करें कि कोई हिडन फीस या चार्ज तो नहीं लगा है।  
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  • समय पर भुगतान करें: आपको हमेशा कोशिश करनी चाहिए कि आप समय पर भुगतान करें ताकि आप लेट फीस व पेनल्टी से बच पाएं।
  • कैंसिलेशन विंडो: हमेशा कैंसिलेशन विंडो का ध्यान रखें ताकि आपको कोई कैंसिलेशन फीस का भुगतान न करना पड़ें।
  • प्रोसेसिंग चार्ज: अगर आप नो-कॉस्ट ईएमआई कैंसिल करते हैं तो आपको प्रोसेसिंग फीस देनी पड़ सकती है। ऐसे में आपको प्रोसेसिंग फीस का भी ध्यान रखना चाहिए।
  • रिफंड प्रोसेस: अगर आप बीच में नो-कॉस्ट ईएमआई कैंसिल करते हैं तो आपको रिटेलर को सामान वापस करना पड़ेगा। ऐसे में रिफंड प्रोसेस को पूरा होने में कितना समय लगेगा इसका ध्यान रखें।  
नो-कॉस्ट ईएमआई सेलेक्ट करने से पहले आपको अपनी वित्तीय स्थिति का ध्यान रखना होगा। इसके अलावा आपको इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि आप कहीं नो-कॉस्ट ईएमआई के चक्कर में फिजूलखर्ची न करें।

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