Zomato Share Price : 41 रुपये तक आ गया था जोमैटो का शेयर, अब 190 के पार; एक साल में कैसे मालामाल हुए निवेशक?
फूड डिलीवरी स्टार्टअप जोमैटो (Zomato) का IPO जुलाई 2021 में 76 रुपये पर आया था। इसने शुरुआत में अच्छा रिटर्न दिया। लेकिन फिर गिरकर 41 रुपये तक आ गया। यहां से जोमैटो के शेयरों ने जोरदार वापसी की और अब 190 रुपये तक पहुंच गया है। आइए जानते हैं कि जोमैटो की शुरुआत कैसे हुई और इसने अब तक निवेशकों को कितना रिटर्न दिया है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पंजाब के मुक्तसर के रहने वाले एक नौजवान की साल 2005 में मल्टीनैशनल मैनेजमेंट कंसल्टिंग फर्म बेन एंड कंपनी (Bain & Company) में जॉब लगी। सबकुछ सही चल रहा था, बस मसला था खाने का। ऑफिस कैफेटेरिया में लंच टाइम में भीड़ लग जाती। पूरा स्टाफ लंबी कतार लगाकर मेन्यू देखता। इससे वक्त तो बर्बाद होता ही, कई बार ढंग का खाना भी नहीं मिलता।
इस मुश्किल से निपटने के लिए उस नौजवान ने जो आइडिया निकाला, उसे पहले हम फूडीबे (Foodiebay) और आजकल जोमैटो के नाम से जानते हैं। वही फूड डिलीवरी करने वाला जौमैटो, जिसने पिछले एक साल अपने निवेशकों को 250 प्रतिशत से अधिक का मुनाफा डिलीवर किया है।
और इसकी नींव रखने वाले नौजवान का नाम था, दीपिंदर गोयल। इस वक्त देश के सबसे बड़े फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो के फाउंडर। दीपिंदर नेअपने ऑफिस कैफेटेरिया का मेन्यू स्कैन किया और एक वेबसाइट बनाकर उस पर डाल दिया। यह फॉर्मूला हिट होने के बाद उन्होंने जोमैटो की शुरुआत की, जिसने ना सिर्फ दीपिंदर, बल्कि निवेशकों को भी मालामाल कर दिया है।
बुरे दौर से भी गुजरा जोमैटो
जोमैटो का आईपीओ जुलाई 2021 में आया। कंपनी ने 76 रुपये प्रति शेयर के भाव पर बाजार से पैसे जुटाए। स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टिंग भी जोरदार रही, 115 रुपये पर। अगले चार महीने में इसने 169 रुपये का हाई भी बना लिया। लेकिन, फिर जोमैटा का बुरा दौर आया। इसके शेयरों का भाव मुट्ठी से रेत की तरह फिसलने लगा।आईपीओ के ठीक एक साल बाद जोमैटो का शेयर गिरकर 41 रुपये आ गया। मतलब कि अपने हाई से तकरीबन 76 फीसदी नीचे। यह कोरोना महामारी के बाद वाला दौर था। बहुत से लोगों को लग रहा था कि लॉकडाउन से जुड़ी बंदिशें खत्म होने के बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी का कोई खास भविष्य नहीं है। और इसका नेगेटिव असर दिखा जोमैटो के शेयर प्राइस पर।