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नए वित्त वर्ष के पहले हफ्ते में कैसा रहेगा शेयर बाजार का माहौल, किन चीजों पर रहेगी निवेशकों की नजर?

वित्त वर्ष 2024-25 के पहले हफ्ते में कुछ महत्वपूर्ण एलान होने वाले हैं जिनका शेयर बाजार की चाल पर असर पड़ सकता है। इनमें सबसे अहम है पॉलिसी रेट के बारे में आरबीआई का फैसला। साथ ही गाड़ियों की बिक्री और परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) जैसे डेटा भी आने वाले हैं। आइए जानते हैं कि इनका मार्केट पर क्या असर होगा?

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Sun, 31 Mar 2024 07:00 PM (IST)
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पिछले हफ्ते BSE सेंसेक्स 819.41 अंक यानी 1.12 प्रतिशत बढ़ा।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। पिछले हफ्ते होली और गुड फ्राइडे की छुट्टी के चलते शेयर बाजार दो दिन बंद रहा और सिर्फ तीन दिन कारोबार हुआ। इस दौरान BSE सेंसेक्स 819.41 अंक यानी 1.12 प्रतिशत बढ़ा। वहीं, NSE का निफ्टी में 230.15 अंक यानी 1.04 प्रतिशत का उछाल दिखा।

हालांकि, इस हफ्ते की बात करें, तो कई महत्वपूर्ण एलान होने वाले हैं, जो बाजार की चाल को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें सबसे अहम है ब्याज दर के बारे में आरबीआई का फैसला। साथ ही गाड़ियों की बिक्री और परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) जैसे डेटा भी आने वाले हैं।

वित्त वर्ष 2023-24 में कितना बढ़ा बाजार?

एक्सपर्ट का मानना है कि वित्त वर्ष 2023-24 में शेयर बाजार में जो तेजी रही, वह नए फाइनेंशियल ईयर में भी बरकरार रहेगी। हालांकि, पहले हफ्ते में विदेशी निवेशकों की गतिविधियां, रुपया-डॉलर का रुख और क्रूड ऑयल का भाव मार्केट के मिजाज को प्रभावित करेगा।

आज यानी 31 मार्च को खत्म हो रहे वित्त वर्ष में तीस शेयरों वाला BSE सेंसेक्स 14,659.83 अंक यानी 24.85 प्रतिशत की बढ़त में रहा। 7 मार्च को यह 74,245.17 अंक तक पहुंच गया था, जो इसका उच्चतम स्तर है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी की बात करें, तो वह भी वित्त वर्ष के दौरान का 4,967.15 अंक यानी 28.61 प्रतिशत मजबूत हुआ।

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एक्सपर्ट का क्या कहना है?

स्वास्तिक इन्वेस्टमार्ट लिमिटेड के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक प्रवेश गौर ने कहा, ‘आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति (MSP) की मीटिंग तीन अप्रैल से शुरू होगी। इसमें नीतिगत दर और अर्थव्यवस्था पर विचार-विमर्श किया जाएगा। मौद्रिक समीक्षा का ऐलान पांच अप्रैल को होगा। इसका बाजार पर व्यापक असर पड़ सकता है। वहीं, एक अप्रैल को गाड़ियों की बिक्री आंकड़े आएंगे, ऐसे में ऑटो कंपनियों के शेयरों पर भी निवेशकों की नजर रहेगी।'

अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का तीन अप्रैल, 2024 को संबोधन होगा। साथ ही, वहां से कुछ महत्वपूर्ण मैन्युफैक्चरिंग आंकड़े भी आएंगे। प्रवेश गौर ने कहा कि इन चीजों पर निवेशकों की बारीक नजर होगी, क्योंकि इनसे बाजार की पूरी चाल बदल सकती है।

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