ICICI Bank ने प्रॉपर्टी लोन्स में पार किया 2 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा, ऐसा करने वाला देश का पहला निजी बैंक बना
ICICI Bank के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर अनूप बागची ने रिपोर्टर्स के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा हमें घर खरीदने की मांग में अच्छी-खासी रिकवरी देखने को मिली है। बागची ने कहा कि आंकडे सितंबर महीने की तुलना में काफी अधिक रहे हैं।
By Pawan JayaswalEdited By: Updated: Wed, 11 Nov 2020 01:18 PM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। निजी क्षेत्र के कर्जदाता आईसीआईसीआई बैंक (ICICI bank) ने बुधवार को कहा कि उसे अक्टूबर महीने में होम लोन डिस्बर्समेंट में काफी तेजी देखने को मिली है। यह तेजी ग्राहकों की संख्या और मूल्य दोनों में देखी गई है। आईसीआईसीआई बैंक के एग्जिक्युटिव डायरेक्टर अनूप बागची ने रिपोर्टर्स के साथ एक कॉन्फ्रेंस कॉल में कहा, 'हमें घर खरीदने की मांग में अच्छी-खासी रिकवरी देखने को मिली है।' बागची ने कहा कि आंकडे सितंबर महीने की तुलना में काफी अधिक रहे हैं।
बैंक ने घोषणा की है कि उसका प्रॉपर्टी लोन पोर्टफोलियो दो लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। बैंक ने कहा कि इसके साथ ही वह इस उपलब्धि को प्राप्त करने वाला देश का पहला निजी क्षेत्र का बैंक बन गया है। इस उपलब्धि के पीछे सबसे बड़ा कारण यह रहा कि बैंक ने पूरे मॉरगेज प्रोसेस को डिजीटाइज कर दिया और इसके जरिए ग्राहकों को बिना किसी परेशानी के तुरंत लोन स्वीकृत किए जा रहे हैं। इस उपलब्धि के पीछे एक कारण बैंक द्वारा पूरे देश में अपनी पहुंच बढ़ाना भी बताया गया है।
अनूप बागची ने कहा, ‘हम पिछले 2 दशक से खुदरा ऋण को पहले से ज्यादा आसान बना रहे हैं और ग्राहकों तक इसकी आसान पहुंच सुनिश्चित कर रहे हैं। इससे इसमें वृद्धि हो रही है। मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि पिछले वर्षों के हमारे लगातार प्रयासों के कारण हमारा रिटेल मॉरगेज पोर्टफोलियो 2 लाख करोड रुपये के आंकड़े को पार कर गया है। यह उपलब्धि प्राप्त करने वाले हम देश के पहले निजी क्षेत्र के बैंक बन गए हैं।'
बागची ने आगे कहा, ‘पिछले कुछ समय से मेट्रो सिटीज की बजाय छोटे शहरों व कस्बों से घरों की खरीदारी में तेजी आ रही है। इसकी बड़ी वजह कीमतों में काफी ज्यादा कमी होना है। नए शहरों में रियल एस्टेट की बढ़ती मांग, विशेषकर सस्ते घरों की बढ़ती मांग का अनुमान लगाते हुए हमने अपना काफी विस्तार किया है। अब हम छोटे शहरों और कस्बों के साथ ही मेट्रो सिटीज के तेजी से बढ़ते बाहरी क्षेत्रों में भी मौजूद हैं और कुल 1100 स्थानों पर हमारी शाखाएं हैं। इन नए बाजारों में हमनें अपने क्रेडिट प्रोसेसिंग सेंटर भी पिछले दो साल में बढ़ाकर 200 से अधिक कर लिए है, जिससे लोन देन की प्रक्रिया में तेजी लायी जा सके।'