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Share Market: ideaForge की दमदार एंट्री, हर शेयर पर मिल रहा है 600 रुपये से ज्यादा का फायदा

ideaForge IPO भारतीय बाजार की शुरुआत आज सपाट के साथ भले ही हुई है। आज बाजार में सबकी नजर ड्रोन बनाने वाली कंपनी ideaForge के शेयर पर है। इस कंपनी ने अपना आईपीओ आज निवेशकों के लिए खोल दिया है। कंपनी के निवेशकों ने कंपनी को 633 रुपये प्रति शेयर का फायदा दिया है। आइए जानते हैं कि कंपनी के शेयर की कीमत कितनी पहुंच गई है?

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Fri, 07 Jul 2023 12:28 PM (IST)
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Share Market: ideaForge ने बाजार में दी दमादार एंट्री
 नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। आज बाजार में निवेशकों के लिए ideaForge का आईपीओ खुल गया है। आज सुबह से इस कंपनी के शेयर में तेजी देखने को मिली है। ड्रोन बनाने वाली कंपनी ने बाजार में दमदार एंट्री दी है। आज इसका आईपीओ बीएसई पर लिस्टेड हो गई है।

कंपनी ने 672 रुपये का प्राइस बैंड तय किया था। इस कंपनी के निवेशकों ने काफी तगड़ा फायदा दिया है। अब हर शेयर पर 633.10 रुपये का फायदा मिल रहा है। इसका मतलब यह है कि अब कंपनी 94.21 फीसदी का प्रॉफिट कमा रही है।

कंपनी का शेयर बीएसई पर 94.21 फीसदी की उछाल को दर्शाते हुए 1,305.10 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ। वहीं, एनएसई पर इसके शेयर ने 1,300 रुपये पर शुरुआत की। इसमें 93.45 प्रतिशत की तेज बढ़ोतरी देखी गई।

कंपनी को मिला जबरदस्त फायदा

ड्रोन बनाने वाली कंपनी ने 567 करोड़ रुपये का आईपीओ 26 जून से 30 जून तक खोला था। इसमें 240 करोड़ रुपये के शेयर जारी किये गए थे। बाकी के शेयर को कंपनी ने ऑफर फॉर सेल के लिए खोल दिया था। कंपनी को निवेशकों की तरफ से काफी अच्छा रिस्पांस मिला है।

कंपनी को कुल 106.06 गुना सब्सक्राइब मिले हैं। इसमें 125.82 क्वालिफाईड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स और 80.58 गुना नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के द्वारा मिला है। वहीं, 80.58 गुना रिटेल इंवेस्टर ने बाली लगाई है।

कंपनी इस आईपीओ से कमाने वाली राशि का इस्तेमाल ड्रोन खरीदने, कैपिटल एक्सपेंडिचर और सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों ोक पूरा करने के लिए करेगा। 

कंपनी की प्रोफाइल

ये कंपनी मुंबई में स्थित है। ये 2007 में स्थापित हुई थी। इनके पास पूरे भारत में स्वदेशी मानव रहित हवाई वाहनों (यूएवी) की सबसे बड़ी परिचालन तैनाती है। इसको क्वालकॉम एशिया, इंफोसिस और सेलेस्टा कैपिटल जैसे कई कंपनी के निजी इक्विटी निवेशकों द्वारा समर्थित किया गया है। इसमें ग्राहकों में सशस्त्र बल, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, राज्य पुलिस विभाग, आपदा प्रबंधन बल, वन विभाग शामिल हैं।