Byju's की दिवालिया कार्यवाही नहीं रुकी, तो हजारों कर्मचारियों को नौकरी से धोना पड़ेगा हाथ
निवेशकों ने सीईओ बायजू रवींद्रन पर कारपोरेट प्रशासन में चूक का आरोप लगाया है। हालांकि कंपनी ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। अगर Byjus के खिलाफ शुरू हुई दिवालिया कार्यवाही नहीं रोकी गई तो न केवल हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा बल्कि कंपनी द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं भी पूरी तरह बंद हो जाएंगी।
रॉयटर, नई दिल्ली। एडटेक कंपनी Byju's ने कर्नाटक हाई कोर्ट में याचिका दायर कर कहा है कि अगर उसके खिलाफ शुरू की गई दिवालिया कार्यवाही नहीं रोकी गई, तो न केवल हजारों कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा बल्कि कंपनी द्वारा प्रदान की जा रही सेवाएं भी पूरी तरह बंद हो जाएंगी।
Byju's ने दी सफाई
प्रोसस और जनरल अटलांटिक जैसे निवेशकों द्वारा सपोर्टेड Byju's को हाल के महीनों में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा है। इसमें नौकरी में कटौती, कंपनी के मूल्यांकन में गिरावट और निवेशकों के साथ झगड़ा शामिल है।
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BCCI की याचिका स्वीकारी गई
निवेशकों ने सीईओ बायजू रवींद्रन पर कारपोरेट प्रशासन में चूक का आरोप लगाया है। हालांकि, कंपनी ने किसी भी तरह की गड़बड़ी से इनकार किया है। कंपनी की ताजा दिक्कत उस समय शुरू हुई जब नेशनल कंपनी ला ट्रिब्यूनल (NCLT) ने उसके खिलाफ दिवालिया कार्यवाही शुरू करके लिए भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की याचिका स्वीकार कर ली।
ये मामला भारतीय क्रिकेट टीम की जर्सी के लिए बायजूस और बीसीसीआइ के बीच स्पॉन्सरशिप समझौते से जुड़ा है। बीसीसीआइ ने 158.9 करोड़ रुपये की बकाया राशि वसूलने के लिए बायजूस की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ पिछले साल याचिका दायर की थी। इसके खिलाफ बायजूस ने एनसीएलएटी में याचिका दायर की है। बायजूस की संपत्तियां जब्त कर ली गई हैं और उसके बोर्ड को निलंबित कर दिया गया है।