IMF ने भारत की विकास दर का बढ़ाया अनुमान, FY24 में देश की अर्थव्यवस्था 6.3 प्रतिशत से बढ़ने की जताई उम्मीद
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने चालू वित्त वर्ष में भारत की विकास दर का अनुमान 0.2 प्रतिशत से बढ़ाकर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। जुलाई में आईएमएफ ने 2023-2024 में 6.1 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान लगाया था। आईएमएफ द्वारा अनुमानित नई विकास दर चालू वित्त वर्ष के लिए आरबीआई द्वारा अनुमानित 6.5 प्रतिशत से कम है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।
By Jagran NewsEdited By: Gaurav KumarUpdated: Tue, 10 Oct 2023 07:13 PM (IST)
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत के विकास दर के अनुमान को 0.2 प्रतिशत से बढ़कर 6.3 प्रतिशत कर दिया है। अंतरराष्ट्रीय वित्तीय एजेंसी ने जुलाई में 2023-24 के लिए 6.1 प्रतिशत विकास दर रहने का अनुमान लगाया था।
आरबीआई के अनुमान से कम है आईएमएफ का अनुमान
आईएमएफ ने विकास दर का जो नया अनुमान लगाया है, वह आरबीआई द्वारा चालू वित्त वर्ष के अनुमान 6.5 प्रतिशत से कम है। भारत की विकास दर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था चीन से अधिक रहने का अनुमान है।
हालांकि आईएमएफ ने वैश्विक विकास दर का अनुमान कैलेंडर वर्ष 2023 में घटाकर तीन प्रतिशत कर दिया है। 2024 में वैश्विक वृद्धि दर और धीमी होकर 2.9 प्रतिशत रह जाएगी।
आईएमएफ ने चीन के विकास अनुमानों को घटाया
आईएमएफ के 'वर्ल्ड इकोनमिक आउटलुक' ने चीन के विकास पूर्वानुमान को 2023 के लिए 0.2 प्रतिशत और 2024 के लिए 0.3 प्रतिशत घटाकर क्रमश: पांच प्रतिशत और 4.2 प्रतिशत कर दिया है। रियल एस्टेट बाजार में मंदी और कम निवेश ने विकास पूर्वानुमान को घटाने में प्रमुख भूमिका निभाई है।भारत के संदर्भ में कैलेंडर वर्ष 2023 और 2024 की बात करें तो दोनों ही वर्षों में विकास दर 6.3 प्रतिशत रहेगी। हालांकि 2023 में विकास दर पूर्व के अनुमान से 0.2 प्रतिशत अधिक रह सकती है। केंद्र सरकार ने दो प्रतिशत की घट-बढ़ के साथ आरबीआई को खुदरा मुद्रास्फीति चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य दिया है। खाद्य सुरक्षा की चिंताओं को देखते हुए सरकार ने कुछ दिन पहले चावल निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।