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चालू वित्त वर्ष में सरकार को 10.23 लाख रुपये का राजस्व मिला

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान केंद्र सरकार ने राजस्व के तौर पर मिली राशि का बड़ा हिस्सा 366630 करोड़ रुपये राज्य सरकारों को दिए हैं। मंत्रालय का कहना है इसमें पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 57109 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी रही है। यह सरकार के राजकोषीय संघवाद को दर्शाता है। चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक सरकार ने 1300351 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।

By Agency Edited By: Yogesh Singh Updated: Sat, 31 Aug 2024 08:42 PM (IST)
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मंत्रालय का कहना है इसमें पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 57,109 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी रही है।

एएनआई, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 में अप्रैल से जुलाई के दौरान विभिन्न कर और गैर-कर राजस्व के रूप में सरकार को 10,23,406 करोड़ रुपये मिले हैं। वित्त मंत्रालय की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बजट अनुमान का 31.9 प्रतिशत के बराबर है। इसमें 7,15,224 करोड़ रुपये कर राजस्व, 3,01,796 करोड़ रुपये गैर-कर राजस्व और 6,386 करोड़ रुपये कर्ज शामिल है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि इस दौरान केंद्र सरकार ने राजस्व के तौर पर मिली राशि का बड़ा हिस्सा 3,66,630 करोड़ रुपये राज्य सरकारों को दिए हैं। मंत्रालय का कहना है कि इसमें पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के मुकाबले 57,109 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी रही है। यह सरकार के राजकोषीय संघवाद को दर्शाता है। चालू वित्त वर्ष में जुलाई तक सरकार ने 13,00,351 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यह चालू वित्त वर्ष के बजट अनुमान का करीब 27 प्रतिशत है।

इसमें से 10,39,091 करोड़ रुपये राजस्व खाता, जबकि 2,61,260 करोड़ रुपये पूंजीगत खाता व्यय है। इस दौरान सरकार की ओर से 3,27,887 करोड़ रुपये की ब्याज का भुगतान किया गया है, जबकि 1,25,639 करोड़ रुपये प्रमुख सब्सिडी के लिए आवंटित किए गए हैं। सरकार ने जुलाई 2024 तक के मासिक खातों की शुक्रवार को जानकारी दी थी। इससे चालू वित्त वर्ष में सरकार के वित्तीय प्रदर्शन की विस्तृत जानकारी मिली है।

यह वित्तीय रिपोर्ट देश का वित्त का प्रबंधन करने, राजस्व सृजन और आवश्यक व्यय के बीच संतुलन बनाने के साथ राज्य सरकारों को संसाधनों का प्रवाह बनाए रखने के सरकार के प्रयासों पर प्रकाश डालती है।