Q1 Exports 2024: पहली तिमाही में वस्तु निर्यात में 5.84 प्रतिशत की बढ़ोतरी, जून में 2.55 प्रतिशत हुआ इजाफा
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि निर्यात में आगे भी बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक स्तर पर महंगाई में कमी आ रही है और विकास भी हो रहा है। इससे निश्चित रूप से भारतीय निर्यात को समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि वस्तु व सेवा मिलाकर इस साल अप्रैल-जून में 200 अरब डॉलर का निर्यात हो चुका है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 के विपरीत चालू वित्त वर्ष 2024-25 में वस्तु निर्यात में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। गत जून में वस्तुओं के निर्यात में पिछले साल जून के मुकाबले 2.55 प्रतिशत की तो वस्तुओं के आयात में 4.98 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में वस्तु निर्यात में 5.44 प्रतिशत का इजाफा रहा। जून में सेवा निर्यात में पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। वस्तुओं के निर्यात में बढ़ोतरी से मैन्यूफैक्चरिंग में तेजी आएगी जिससे नए रोजगार के सृजन में मदद मिलेगी।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने बताया कि निर्यात में आगे भी बढ़ोतरी जारी रहने की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक स्तर पर महंगाई में कमी आ रही है और विकास भी हो रहा है। इससे निश्चित रूप से भारतीय निर्यात को समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि वस्तु व सेवा मिलाकर इस साल अप्रैल-जून में 200 अरब डॉलर का निर्यात हो चुका है और बढ़ोतरी की यही रफ्तार रही तो चालू वित्त वर्ष में कुल निर्यात 800 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
बर्थवाल ने बताया कि निर्यात में तेजी के लिए मंत्रालय छह सेक्टर और 20 देशों पर मुख्य रूप से फोकस कर रहा है क्योंकि इन सेक्टर में निर्यात बढ़ाने की काफी गुंजाइश है। इन छह सेक्टर में इंजीनियरिंग गुड्स, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल व अपैरल, फार्मा, केमिकल्स व कृषि संबंधी शामिल हैं। वाणिज्य विभाग के मुताबिक जून में 35.1 अरब डॉलर का निर्यात तो 56.1 अरब डॉलर का आयात किया गया।
जून में इंजीनियरिंग गुड्स के निर्यात में 10.27 प्रतिशत, इलेक्ट्रॉनिक्स में 16.91 प्रतिशत, रेडीमेड गारमेंट्स में 3.68 प्रतिशत, ड्रग्स व फार्मा में 9.99 प्रतिशत तो काफी के निर्यात में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही, लेकिन लेदर व लेदर उत्पाद के निर्यात में 2.17 प्रतिशत, हैंडीक्राफ्ट्स में 16.56 प्रतिशत तो जेम्स व ज्वैलरी में 1.42 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। जून में सोने के आयात में पिछले साल जून की तुलना नें 38 प्रतिशत की गिरावट रही, लेकिन चांदी के आयात में 377 प्रतिशत का इजाफा रहा।