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Independence Day 2023: दुनिया में आर्थिक मंदी के बीच हमारे बैंकों की मजबूत हुई साख, हमने कायम किए ये कीर्तिमान

Growth of Banking Sector in India दुनिया में कई देश मंदी का सामना कर रहे हैं। वहीं दुनिया के कई बैंक डूब कर बंद भी हो गए हैं। वहीं हम दुनिया में अपनी पहचान बनाने में के लिए काम कर रहे हैं। हमारे बैंक हमारी पहचान को बनाने में काफी मदद आ रहा है। आज हम गर्व से कह सकते हैं कि एचडीएफसी बैंक दुनिया का चौथा बड़ा बैंक है।

By Priyanka KumariEdited By: Priyanka KumariUpdated: Tue, 15 Aug 2023 04:13 PM (IST)
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दुनिया में आर्थिक मंदी के बीच चमके भारतीय बैंक

 नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Banking Sector in India: दुनिया भर में भारत अपनी अलग पहचान बनने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है। आज के समय में कई देश आर्थिक मंदी का सामना कर रहे हैं। ऐसे में भारत इस साल दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था की रेस में शीर्ष स्थान पर बना है। इसके अलावा हमारे देश भारत में बाकी देशों की तुलना में मंदी का खतरा भी ना के बराबर ही है।

दुनिया की सबसे शक्तिशाली देशों में से एक अमेरिका है। अमेरिका के भी कई बैंक डूब गए हैं। अमेरिका के सिलिकॉन वैली बैंक और सिग्नेचर बैंक डूब गए हैं। इसके अलावा यूरोप के क्रेडिट सुइस बैंक भी डूब गया है। इन बैंकों के डूबने के बाद दुनिया में एक बार फिर से अस्थिरता का खतरा बढ़ गया है। इस का असर सभी देशों पर पड़ा है।

वहीं, अगर हम हमारे देश हिंदुस्तान की बात करें तो बेहद खुशी होगी कि हमारे देश में इस तरह की कोई परेशानी सामने खड़ी नहीं हुई है। हमारे बैंकों में ग्रोथ देखने को मिला है। इस से देश की अर्थव्यवस्था भी काफी तेजी से बढ़ रही है। माना जा रहा है कि इस साल के अंत में हम कई मामलों में चीन को पीछे छोड़ देंगे। अगर इस तरह हमारे देश की अर्थव्यवस्था बढ़ती गई तो जल्द ही हम विकासशील से विकसित हो जाएंगे। देश की अर्थव्यवस्था बढ़ने के पीछे कारोबार का बड़ा हाथ है।

हमारे देश में पिछले कई सालों से नए स्टार्टअप ने लोगों को कारोबार देने में अहम कदम उठाया है। इसके अलावा कई अंतरराष्ट्रीय कंपनी भी भारत आने के लिए उत्सुक है। 

कोरोना महामारी ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को हिला दिया है। आज भी कई देश इस महामारी के प्रभाव से जूझ रहे हैं। कई देश ऐसा मानते थे कि कोरोना महामारी की वजह से भारत की अर्थव्यस्था काफी पीछे हो जाएगी। जबकि इस तरह का कोई संकट हमारे सामने नहीं आया है। जहां दुनिया में कई देश मंदी का सामना कर रहे हैं, वहीं हमारे देश में इस तरह की कोई मंदी के होने की संभावना ना के बराबर है। आज भी दुनिया में कई देश मंदी का सामना कर रहे हैं। वहीं, भारत में इस तरह को कोई हालात नहीं है। एक रिपोर्ट के अनुसार यूके, अमेरिका, जर्मनी, जापान, चीन को मंदी का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, भारत को किसी भी तरह से कोई मंदी का सामना नहीं करना पड़ेगा। आइए, जानते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था में बढ़त हासिल करने में बैंकों का योगदान कैसा है?

भारत के बैंकों का लोन ग्रोथ बढ़ा

देश के केंद्रीय बैंक आरबीआई ने एक डाटा जारी किया था। इस डाटा के अनुसार भारत की लोन ग्रोथ पिछले वित्त वर्ष 14.6 फीसदी रहा। वहीं, 2011-12 में बैंकों का लोन ग्रोथ 17 फीसदी था। यह सबसे उच्चतम स्तर पर था। अगर बात करें बैंक डिपॉजिट की तो वित्त वर्ष 2022-23 में बैंक का डिपॉजिट ग्रोथ 9.6 फीसदी था।

भारत में निरंतर लोन ग्रोथ हो रहा है। इसके पीछे की वजह आत्मनिर्भर भारत और होम लोन है। आइए, जानते हैं कि ये दोनों कारक कैसे लोन ग्रोथ को इफेक्ट करते हैं?

आत्मनिर्भर भारत

केंद्र सरकार के साथ राज्य सरकार लोगों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कई तरह की स्कीम चला रही है। ऐसे में ग्रामीण क्षेत्र से लेकर शहरों तक लोन की मांग बनी हुई है। इस तरह देश के MSME सेक्टर को भी बढ़ावा मिल रहा है। लोग खुद का व्यापार शुरू करने के लिए बैंकों से लोन ले रहे हैं। आज के समय में कई लोग स्टार्टअप शुरू कर रहे हैं। यह भी सरकार के आत्मनिर्भर भारत को विकसित करने में मदद कर रहा है। 

लोगों को बैंक पर काफी विश्वास है। आज कई लोग अपनी मेहनत की कमाई बैंक में जमा करते हैं। बैंक ग्राहकों को उच्च ब्याज दर ऑफर करता है। ये बैंक की जमा-पूंजी को बढ़ाने में काफी मदद करता है। 

होम लोन

खुद का घर होना हर कोई चाहता है। आज के समय में हर व्यक्ति का सपना होता है कि वह खुद के घर में रहे। ऐसे में घरों की मांग बढ़ गई है। माना जाता है कि कोविड-19 के बाद लोगों ने घर को काफी प्राथमिकता दी है। ऐसे में गांव से लेकर शहरों तक होम लोन की मांग बढ़ गई है। होम लोन को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी कई स्कीम चला रही है। इन स्कीम में प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण और शहरी) ने काफी योगदान दिया है।

देश के बैंक मजबूत होने से आम आदमी को क्यों होता है फायदा

भारतीय बैंक अगर मजबूती से काम करेंगे तो इस से आम लोग को काफी लाभ होता है। देश में जैसे ही लोन की डिमांड बढ़ने लग गई। इसके साथ ही बैंक की एफडी के ब्याज दरों में भी बढ़त देखने को मिलेगी। अगर इस तरह देश के बैंक मजबूत होते रहेंगे तो देश की आर्थिक व्यवस्था भी काफी मजबूत होती जाएगी। ऐसे में आम आदमी का भी विकास होता रहेगा। आम आदमी का बैंक पर विश्वास बैंक की प्रगति करने में काफी महत्वपूर्ण कारक है।

एचडीएफसी बैंक बना दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक

आज से कुछ महीने पहले देश के सबसे बड़े बैंकों में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) का नाम शामिल था। पर अब प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) का वर्चस्व देश के साथ ही दुनिया में भी देखने  को मिला है। आज के समय में एचडीएफसी बैंक दुनिया का चौथा सबसे बड़ा बैंक बन गया है। पिछले महीने 1 जुलाई 2023 को एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी का मर्जर हो गया था। इस मर्जर ने एचडीएफसी को देश का सबसे बड़ा बैंक बन गया है। अब एचडीएफसी बैंक का एम-कैप 100 अरब डॉलर से ज्यादा है। वहीं बैंक के शेयर की बात करें तो शेयर मार्केट में बैंक बढ़त के साथ कारोबार कर रहा है।