IMF Chief Kristalina Georgieva: अंधेरे क्षितिज का चमकता सितारा है भारत, दुनिया पर छोड़ रहा अपनी छाप
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष की चीफ क्रिस्टालिना जॉर्जीवा का कहना है कि मंदी की आशंका के बीच भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और जल्द ही इसका असर पूरी दुनिया में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि अंधेरे क्षितिज पर भारत एक चमकता सितारा है।
By Siddharth PriyadarshiEdited By: Updated: Fri, 14 Oct 2022 08:37 AM (IST)
वाशिंगटन, बिजनेस डेस्क। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा है कि भारत मजबूती से जी 20 देशों का नेतृत्व करने के लिए आगे बढ़ रहा है और आने वाले वर्षों में दुनिया पर अपनी छाप छोड़ेगा। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक के मौके पर पत्रकारों से बात करते हुए जॉर्जीवा ने कहा कि भारत इस अंधेरे क्षितिज पर एक उज्ज्वल स्थान की तरह है।
आईएमएफ चीफ ने कहा कि भारत इस उपाधि का हकदार है, क्योंकि यह एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रही है। यहां तक कि इस कठिन समय में भी वह तेजी से प्रगति कर रहा है। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारत का विकास संरचनात्मक सुधारों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्टक्चर से जुड़े सुधारों में भारत आगे है और डिजिटलीकरण में उसे उल्लेखनीय सफलता मिली है। डिजिटल आईडी से लेकर डिजिटल एक्सेस के आधार पर सभी सेवाएं लोगों तक पहुंचाने की दिशा में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है। जॉर्जीवा ने कहा कि यह वास्तव में भारत की सफलता के लिए एक बड़ा कारक रहा है।
दुनिया पर छाप छोड़ेगा भारत
आपको बता दें कि भारत 1 दिसंबर, 2022 से एक वर्ष के लिए G20 की अध्यक्षता ग्रहण करेगा। अपनी अध्यक्षता के दौरान भारत द्वारा देश भर में G20 की 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करने की उम्मीद है। G20 नेताओं का शिखर सम्मेलन 9 और 10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। इस बारे में जॉर्जीवा ने कहा कि भारत अब जी 20 के नेतृत्व करने की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। हम भारत को आने वाले वर्षों में दुनिया पर छाप छोड़ते हुए देखेंगे।अक्षय ऊर्जा में भारत की ऊंची छलांग
क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में सुधार की बहुत गुंजाइश है। भारत सौर और नवीकरणीय ऊर्जा के अन्य रूपों के मामले में ऊंची छलांग लगा चुका है। आईएमएफ की प्रबंध निदेशक ने कहा कि जल्द ही यह कदम भारत के लोगों को बहुत गौरवान्वित करेगा।सीमा पार लेनदेन में सुधार की जरूरत
जर्जीवा ने कहा कि 'सीमा पार से भुगतान पर कुछ अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। हम सीमा पार भुगतान के बुनियादी ढांचे में सार्वजनिक निवेश का प्रस्ताव कर रहे हैं। भारत आईएमएफ की आर्थिक मजबूती का पक्षधर रहा है। वह इसे एक मजबूत संस्थान बनाने की कोशिश करता रहा है। ये भी पढ़ें-आखिर कम क्यों नहीं हो रही है महंगाई? आरबीआइ के रेपो रेट बढ़ाने का नहीं दिख रहा है असर, क्या है इसकी वजहलाजिस्टिक ईज में हरियाणा, पंजाब, यूपी, जानें किन राज्यों को आकांक्षी राज्यों की श्रेणी में किया गया शामिल जानें मार्केट के Top 5 स्टॉक्स जो देंगे शानदार रिटर्न्स - https://bit.ly/3RxtVx8 "