भारत और ब्रिटेन एफटीए के अगले दौर पर इसी महीने करेंगे बातचीत, चुनाव के कारण रुक गई थी वार्ता
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने पीएम नरेन्द्र मोदी से शनिवार को बात की थी। दोनों नेता पारस्परिक रूप से लाभप्रद एफटीए को पूरा करने की दिशा में काम करने पर सहमत हुए थे। भारतीय उद्योग ब्रिटिश बाजारों से आइटी और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अपने कुशल पेशेवरों के लिए अधिक पहुंच और शून्य सीमा शुल्क पर कई वस्तुओं के लिए बाजार पहुंच की मांग कर रहा है।
पीटीआई, नई दिल्ली। भारत और ब्रिटेन लंबित मुद्दों को सुलझाने के लिए प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए इसी महीने अगले दौर की वार्ता करेंगे। दोनों देशों के बीच प्रस्तावित एफटीए वार्ता जनवरी 2022 में शुरू हुई थी। दोनों देशों में चुनाव होने की वजह से 14वें राउंड की वार्ता रुक गई थी। एक अधिकारी का कहना है कि दोनों देश एक दूसरे के संपर्क में हैं।
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री किएर स्टार्मर ने पीएम नरेन्द्र मोदी से शनिवार को बात की थी। दोनों नेता पारस्परिक रूप से लाभप्रद एफटीए को पूरा करने की दिशा में काम करने पर सहमत हुए थे। भारतीय उद्योग ब्रिटिश बाजारों से आइटी और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में अपने कुशल पेशेवरों के लिए अधिक पहुंच और शून्य सीमा शुल्क पर कई वस्तुओं के लिए बाजार पहुंच की मांग कर रहा है। दूसरी ओर, ब्रिटेन स्कॉच व्हिस्की, इलेक्टि्रक वाहन, चाकलेट और कुछ अन्य वस्तुओं पर आयात शुल्क में कटौती की मांग कर रहा है।
ब्रिटेन भी भारतीय बाजारों में दूरसंचार, कानूनी और वित्तीय सेवा (बैंकिंग और बीमा) जैसे क्षेत्रों में अधिक अवसरों की तलाश कर रहा है। दोनों देश द्विपक्षीय निवेश संधि (बीआइटी) पर भी बातचीत कर रहे हैं। थिंक टैंक जीटीआरआई (ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव) के अनुसार, समझौते को लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है और भारतीय पेशेवरों के लिए वीजा की संख्या में कटौती जैसे कुछ समायोजन के साथ लेबर पार्टी इसे मंजूरी दे सकती है।