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India और New Zealand ने साइन किया MoU, सिविल एविएशन को बढ़ाना है लक्ष्य

भारत और न्यूजीलैंड ने नागरिक उड्डयन क्षेत्र में सहयोग में सुधार के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह ज्ञापन नए मार्गों कोडशेयर सेवाओं यातायात अधिकारों और क्षमता अधिकारों पर निर्णयों को शामिल करता है। भारत और न्यूजीलैंड ने 1 मई 2016 को ऑकलैंड में हवाई सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Wed, 30 Aug 2023 12:25 AM (IST)
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भारत और न्यूजीलैंड ने साइन किया MoU, दोनों देश करेंगे एविएशन में सहयोग

नई दिल्ली, एजेंसी: भारत और न्यूजीलैंड ने नागरिक उड्डयन में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक समझौता ज्ञापन (MoU) साइन किया है। इस एमओयू में नए रूट का निर्धारण, कोडशेयर सेवाएं, यातायात अधिकार और क्षमता पात्रता शामिल है।

न्यूजीलैंड की नामित एयरलाइन इन नियमों के तहत उठा सकती है ये फायदा

एमओयू के अनुसार, न्यूजीलैंड की नामित एयरलाइन भारत में छह प्वाइंट यानी नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई हैदराबाद, और कोलकाता के लिए तीसरे और चौथे स्वतंत्रता यातायात अधिकारों के साथ किसी भी प्रकार के विमान के साथ कितनी भी सेवाएं संचालित कर सकती है।

द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद

आपको बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड ने 1 मई 2016 को ऑकलैंड में हवाई सेवा समझौते पर हस्ताक्षर किया था। एमओयू के मुताबिक दोनों देशों के बीच नागरिक उड्डयन में द्विपक्षीय संबंधों को और बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।

इन एमओयू पर नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल और न्यूजीलैंड के उच्चायुक्त डेविड पाइन ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए।

एक प्रेस रिलीज के मुताबिक एमओयू साइन करते वक्त नागरिक मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और न्यूजीलैंड के व्यापार विकास, कृषि, जैव सुरक्षा, भूमि सूचना और ग्रामीण समुदाय मंत्री ओ' कॉनर उपस्थित थे।

भारत को मिली यह सुविधा

एक बयान के मुताबिक भारत की नामित एयरलाइन किसी भी प्रकार के विमान के साथ ऑकलैंड, वेलिंगटन, क्राइस्टचर्च और भारत सरकार द्वारा नामित न्यूजीलैंड में तीन और प्वाइंट के लिए तीसरे और चौथे स्वतंत्रता यातायात अधिकारों के साथ किसी भी संख्या में सेवाएं संचालित कर सकती है।

प्रेस रिलीज के मुताबिक दोनों पक्षों की नामित एयरलाइंस किसी भी प्रकार के विमान के साथ तीसरे, चौथे और पांचवें स्वतंत्रता यातायात अधिकारों के साथ किसी भी मध्यवर्ती बिंदु के माध्यम से दूसरे पक्ष के क्षेत्र में किसी भी बिंदु से किसी भी संख्या में सभी कार्गो सेवाएं संचालित कर सकती हैं।

न्यूजीलैंड में यूपीआई शुरू होने की उम्मीद

आज ही वाणिज्य मंत्रालय ने कहा था कि भारत और न्यूजीलैंड देशों के बीच व्यापार, व्यापार और पर्यटन में आसानी को बढ़ावा देने के उद्देश्य से न्यूजीलैंड में यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) शुरू करने की संभावना पर चर्चा हो रही है।