Move to Jagran APP

अमेरिका-यूरोप में बढ़ा ब्रांड इंडिया पर भरोसा, स्मार्टफोन से लेकर दवाओं तक की बढ़ाई खरीद

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक पिछले कुछ सालों में स्मार्टफोन इलेक्ट्रिक मशीनरी और उपकरण ड्रग फार्मूलेशन बायोलाजिकल निर्यात में अमेरिकी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। गत वित्त वर्ष यानी 2023-24 में भारत ने 15.57 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया और इस निर्यात में 35.8 प्रतिशत हिस्सेदारी अमेरिका की है। वर्ष 2022-23 में भारत ने 11 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया था।

By Jagran News Edited By: Suneel Kumar Updated: Sun, 16 Jun 2024 07:43 PM (IST)
Hero Image
पिछले कुछ सालों में स्मार्टफोन और ड्रग फार्मूलेशन निर्यात में अमेरिकी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है।
राजीव कुमार, नई दिल्ली। भारतीय वस्तुएं वैश्विक स्तर पर ब्रांड के तौर पर स्थापित हो रही हैं। इसका सबसे बड़ा सबूत यह है कि अमेरिका समेत अन्य विकसित देशों में भारतीय वस्तुओं की मांग तेजी से बढ़ रही है। भारत के कुल निर्यात में अमेरिका की हिस्सेदारी पिछले 10 सालों में 19 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत तो यूरोप की हिस्सेदारी 18 प्रतिशत से बढ़कर 23 प्रतिशत हो गई है। कुल निर्यात में विकसित देशों की हिस्सेदारी में यह इजाफा बताता है कि भारतीय वस्तुएं उम्दा श्रेणी में शामिल होती जा रही हैं। पिछले 10 सालों में भारतीय निर्यात में एशियाई देशों की हिस्सेदारी में कमी आई है।

2023-24 में दुनिया के क्षेत्रों में भारतीय निर्यात की हिस्सेदारी

क्षेत्र  निर्यात
एशिया  41.65 प्रतिशत
अमेरिका  23.15 प्रतिशत
यूरोप 22.62 प्रतिशत
अफ्रीका  10.38 प्रतिशत
सीआईएस देश  1.29 प्रतिशत
:आंकड़े वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय से

स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक मशीनरी का निर्यात बढ़ा

वर्ष 2014-15 में वस्तु निर्यात 320 अरब डॉलर का था, जो गत वित्त वर्ष में 438 डॉलर का रहा। वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के मुताबिक पिछले कुछ सालों में स्मार्टफोन, इलेक्ट्रिक मशीनरी और उपकरण, ड्रग फार्मूलेशन, बायोलाजिकल निर्यात में अमेरिकी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है। गत वित्त वर्ष यानी 2023-24 में भारत ने 15.57 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया और इस निर्यात में 35.8 प्रतिशत हिस्सेदारी अमेरिका की है। वर्ष 2022-23 में भारत ने 11 अरब डॉलर के स्मार्टफोन का निर्यात किया था और तब अमेरिका की हिस्सेदारी सिर्फ 19.7 प्रतिशत थी।

इलेक्टि्रक मशीनरी और उपकरण के निर्यात में वर्ष 2015 में अमेरिका की हिस्सेदारी 12.9 प्रतिशत थी जो वित्त वर्ष 2023-24 में 19.3 प्रतिशत हो गई। वर्ष 2023-24 में भारत ने 12.37 अरब डॉलर मूल्य की इलेक्ट्रिक मशीनरी और उपकरण का निर्यात किया है।

अमेरिका और विकसित देशों में हमारे निर्यात में बढ़ोतरी भारतीय वस्तुओं की प्रतिस्पर्धात्मक क्षमता को दर्शा रही हैं, जो भारतीय निर्यात के लिए शुभ संकेत है। इसके अलावा सप्लाई चेन में चीन के अलावा अन्य देशों को शामिल करने की विकसित देशों की रणनीति का भी लाभ मिला है।

सुनील बर्थवाल, वाणिज्य सचिव

फार्मा सेक्टर के लिए भी अमेरिका बड़ा बाजार

जेनरिक दवा के साथ-साथ ड्रग फार्मूलेशन और बायोलाजिकल निर्यात के लिए भी अमेरिका सबसे प्रमुख बाजार बनता जा रहा है। गत वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का ड्रग फार्मूलेशन और बायोलाजिकल निर्यात 21.71 अरब डॉलर का रहा और इसमें अमेरिकी बाजार की हिस्सेदारी 37 प्रतिशत की रही। वित्त वर्ष 2022-23 में यह हिस्सेदारी 34 प्रतिशत की थी।

अमेरिका के साथ-साथ नीदरलैंड, ब्रिटेन, इटली, फ्रांस, यूएई जैसे विकसित देश भी भारतीय वस्तुओं के मुरीद होते जा रहे हैं। स्मार्टफोन से लेकर इलेक्ट्रिक मशीनरी और उपकरण जैसी कई वस्तुओं के निर्यात में यूरोप के देश भारतीय वस्तुओं को प्राथमिकता देने लगे हैं।

यह भी पढ़ें : म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों की तादाद में बड़ा उछाल, क्या है इसकी वजह?