भारत ने दुनिया को फिर दिखाई अपनी आर्थिक ताकत, दो साल के शिखर पर विदेशी मुद्रा भंडार, गोल्ड रिजर्व में भी तगड़ा उछाल
भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दो साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है। इसमें पिछले सप्ताह 10.47 अरब डॉलर की वृद्धि हुई और यह 636.095 अरब डॉलर हो गया। अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर तक पहुंच गया था जो इसका सर्वकालिक उच्च स्तर है। गोल्ड रिजर्व भी बढ़कर 50.176 अरब डॉलर हो गया है।
पीटीआई, मुंबई: देश के विदेशी मुद्रा भंडार में पिछले सप्ताह 10.47 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। आरबीआई की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, आठ मार्च को समाप्त सप्ताह में कुल विदेशी मुद्रा भंडार बढ़कर 636.095 अरब डॉलर हो गया है।
यह इसका दो वर्ष का उच्च स्तर है। इससे पिछले सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार में 6.55 अरब डॉलर की वृद्धि हुई थी। डेटा के अनुसार, पिछले सप्ताह फॉरेन करेंसी एसेट्स (FCA) में 8.121 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। अब यह बढ़कर 562.352 अरब डॉलर हो गई हैं।
इसी प्रकार, स्वर्ण भंडार में 2.999 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है। अब कुल स्वर्ण भंडार बढ़कर 50.176 अरब डॉलर हो गया है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में जमा 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.817 अरब डॉलर हो गया है।
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अक्टूबर 2021 में देश का कुल विदेशी मुद्रा भंडार 645 अरब डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था। लेकिन, पिछले साल से वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुई चुनौतियों का सामना करने के लिए केंद्रीय बैंक ने रुपये को मजबूत रखने के लिए डॉलर खर्च किया है, जिससे कुल विदेशी मुद्रा भंडार में कुछ कमी आई है।
फॉरेन करेंसी एसेट्स में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, पाउंड और येन जैसी नॉन-अमेरिकी यूनिट में उतार-चढ़ाव शामिल होता है। केंद्रीय बैंक ने बताया कि Special Drawing Rights (SDR) भी 3.1 करोड़ डॉलर बढ़कर 18.211 अरब डॉलर हो गया।केंद्रीय बैंक के आंकड़ों से पता चलता है कि समीक्षाधीन सप्ताह में इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड (IMF) के साथ भारत की रिजर्व पोजिशन भी 1.9 करोड़ डॉलर बढ़कर 4.817 अरब डॉलर हो गई।
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