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गुड्स एक्सपोर्ट में भारत ने दर्ज की दोहरे अंक की वृद्धि, टॉप मार्केट बना हुआ है अमेरिका

इस वित वर्ष के अप्रैल-जून तिमाही में आकर्षक पश्चिमी बाजारों में भारत के निर्यात में दोहरे अंकों की मजबूत बढ़ोतरी दर्ज की गई है जो इकोनॉमी की प्रतिस्पर्धी ताकत को दर्शाता है। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के नए आंकड़ों से पता चला है कि तिमाही के दौरान अमेरिका को भारत के निर्यात में 10.4 प्रतिशत की वृद्धि हुई जबकि नीदरलैंड के मामले में 41.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई ।

By Agency Edited By: Ankita Pandey Updated: Sat, 20 Jul 2024 07:45 PM (IST)
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अप्रैल-जून में प्रमुख पश्चिमी बाजारों में गुड्स एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी

एएनआई, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष (वित्त वर्ष 24) की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में प्रमुख पश्चिमी बाजारों में भारत के निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो देश की आर्थिक प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है।

वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएस) को निर्यात में 10.4% की वृद्धि हुई, जबकि नीदरलैंड और यूनाइटेड किंगडम को शिपमेंट में क्रमशः 41.3% और 21.9% की वृद्धि हुई। समृद्ध बाजारों जैसे सिंगापुर में 26.55% और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में 17.6% निर्यात वृद्धि देखी गई। 

अमेरिका है सबसे आगे

यानी कि इसमें अमेरिका टॉप बाजार बना हुआ है, जबकि चीन के साथ व्यापार घाटा कम हुआ। अमेरिका ने भारत के प्रमुख निर्यात गंतव्य के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी, उसके बाद यूएई और नीदरलैंड का स्थान रहा। जबकि चीन को निर्यात में 2.8% की गिरावट आई, पड़ोसी देश से आयात में 8.3% की वृद्धि हुई, जिससे व्यापार घाटा बढ़ गया।

विशेष रूप से, लाल सागर में हौथी हमलों और चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे वैश्विक व्यवधानों के बावजूद भारत ने लगातार तीन महीनों तक सकारात्मक निर्यात वृद्धि हासिल की।

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य के बारे में आशा व्यक्त की, जिसमें उन्नत और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में मजबूत गतिविधि के साथ-साथ वैश्विक व्यापार में सकारात्मक गति का हवाला दिया गया। यह भारत की निर्यात संभावनाओं के लिए अच्छा संकेत है।

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800 बिलियन डॉलर के निर्यात की राह पर भारत

गुड्स और सर्विसेज का निर्यात भारत के लिए जून में 65.47 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो 5.4% की वृद्धि को दर्शाता है।

इसके अलावा अप्रैल-जून तिमाही के लिए संचयी निर्यात में 8.4% की बढ़ोतरी हुई, जिसका कुल मूल्य 200.33 बिलियन डॉलर रहा। 

 मासिक आंकड़े जारी करते हुए व्यापार सचिव सुनील बर्थवाल ने उम्मीद जताई कि अगर मौजूदा रुझान जारी रहा तो वित्त वर्ष 24 के लिए भारत का कुल निर्यात 800 बिलियन डॉलर को पार कर सकता है।

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