भारत की विकास दर 7.5 फीसद बने रहने का अनुमान, निवेश के बेहतर मौके आएंगे : ADB
ADB ने कहा कि अगले वित्त वर्ष 2023-24 में भारतीय अर्थव्यवस्था 8 फीसद की दर से बढ़ने का अनुमान है। इस दौरान चीन की इकोनॉमी की विकास दर 4.8 फीसद रहेगी। ADB के मुताबिक भारत में निवेश के बेहतर मौके आएंगे।
By Ashish DeepEdited By: Updated: Thu, 07 Apr 2022 02:55 PM (IST)
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय इकोनॉमी की ग्रोथ रेट 2022-23 में 7.5 फीसद पर बने रहने का अनुमान है। Asian Development Bank (ADB) ने अपने 2022 के आउटलुक में यह बात कही है। उसके मुताबिक इकोनॉमी में यह तरक्की निवेश के बेहतर मौकों से आएगी।
चीन की विकास दर 5 फीसद पर बने रहने का अनुमानADB ने कहा कि चीन की विकास दर जनवरी से दिसंबर 2022 के बीच 5 फीसद बने रहने का अनुमान है। भारत में वित्त वर्ष 2023-24 में विकास दर 8 फीसद रह सकती है। इस दौरान चीन में विकास दर और गिर सकती है। वहां यह आंकड़ा 2023-24 में 4.8 फीसद रह सकता है।
भारत के लिए मुख्य चिंता कमोडिटी की कीमतों में उछालADB ने हालांकि यह भी कहा कि भारत के लिए चिंता का मुख्य विषय कमोडिटी चीजों की कीमतों में उछाल है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई भारत में मुद्रास्फीति की दर को बढ़ा सकता है। भारतीय चैप्टर के बारे में ADB ने कहा कि GDP पूर्वानुमान वित्त वर्ष 2022 में 7.5 फीसद रहेगा और आगे इसके 8 फीसद पहुंचने की उम्मीद है। इसमें बड़े निवेश के मौके ग्रोथ को सहारा देंगे। वित्त वर्ष 2022 के मायने 31 मार्च 2023 को खत्म हो रहे Financial Year से है।
एशिया की अर्थव्यवस्थाएं धीरे-धीरे ग्रो कर रहीं : एडीबीADB के मुताबिक मार्च 2021 को खत्म वित्त वर्ष में भारतीय इकोनॉमी की विकास दर 8.9 फीसद रही थी। जबकि चीन की 8.1 फीसद। ADB के चीफ इकोनॉमिस्ट अल्बर्ट पार्क ने कहा कि एशिया की अर्थव्यवस्थाएं धीरे-धीरे ग्रो कर रही हैं। वे Covid 19 Mahamari के चंगुल से निकल रही हैं। हालांकि आगे ये मूवमेंटम रूस-यूक्रेन लड़ाई और Covid 19 के कारण बिगड़ सकता है। ADB ने कहा कि एशियाई देशों की सरकारों को सजग रहने की जरूरत है और कोई भी जोखिम का उपाय निकालने के लिए तैयार रहना चाहिए। इसमें आम लोगों का कोविड वैक्सीनेशन का उपाय शामिल है।