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मध्य पूर्व देशों की कम हो रही भारतीय कच्चे तेल आयात में हिस्सेदारी, रूस की लगातार बढ़ी भागीदार

Oil Supplier Countries रूस से कच्चे तेल का आयात बढ़ने के बाद से मध्यपूर्व देशों की भारत के कच्चे तेल आयात में हिस्सेदारी घटती जा रही है। आइए जानते हैं कि भारत के पांच सबसे बड़े कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता देशों के बारे में...

By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sun, 18 Jun 2023 06:00 PM (IST)
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India Oil Supply Import: रूस भारत का सबसे बड़े क्रूड ऑयल सप्लायर है।

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारत ने पिछले कुछ महीनों में अपने तेल आयात करने की रणनीति को बदला है। एक समय पर कच्चे तेल आयात के लिए पूरी तरह से मध्यपूर्वी देशों पर निर्भर आज का भारत अपनी जरूरत का 40 प्रतिशत से अधिक कच्चा तेल रूस से इम्पोर्ट कर रहा है।

हाल में जारी हुए आंकड़ों के मुताबिक, मई में भारत ने रूस से सऊदी अरब, इराक, यूएई और यूएस की ओर से की जाने वाली संयुक्त आपूर्ति से अधिक कच्चा तेल खरीदा था।

रूस से कितना कच्चा तेल आयात करता है भारत?

मई में भारत ने रूस से प्रतिदिन 1.96 मिलियन बैरल (19.6 लाख बैरल प्रतिदिन) कच्चे तेल का आयात किया था। यह भारत की ओर से आयात किए जाने वाले कुल कच्चे तेल का 42 प्रतिशत था।

बता दें, यूक्रेन से युद्ध के बाद रूस की ओर से भारतीय तेल कंपनियों को डिस्काउंट दिए जा रहे हैं। इस कारण भारतीय तेल कंपनियों के लिए रूस से कच्चा तेल खरीदना काफी सस्ता हो गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रूस भारतीय तेल कंपनियों को करीब 15 डॉलर प्रति बैरल का डिस्काउंट ऑफर कर रहा है। यूक्रेन से युद्ध होने से पहले रूस का भारत के कच्चे तेल आयात में हिस्सा एक प्रतिशक से भी कम का था।

रूस से आने वाले कच्चे तेल का उपयोग भारत स्वयं के उपयोग के लिए ही नहीं, बल्कि निर्यात के लिए भी कर रहा है। रूसी कच्चे तेल को पेट्रोल-डीजल में बदलकर भारत बड़े स्तर पर यूरोप भेज रहा है।

भारत कुल कितना कच्चा तेल आयात करता है?

मई के भारत की ओर से पुरी दुनिया से 47 लाख बैरल प्रति दिन कच्चे तेल का आयात किया गया था। इसमें से 19.6 लाख बैरल प्रतिदिन रूस से और 18 लाख बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का आयात ओपेक देशों से किया गया था।

ओपेक दुनिया के कच्चे तेल उत्पादक देशों का समूह है जो कि दुनिया में कच्चे तेल की अपूर्ति और कीमतों को नियंत्रण में रखता है। हाल ही ओपेक की ओर से कच्चे तेल की कीमत गिरने से रोकने के लिए उत्पादन में एक मिलियन बैरल प्रतिदिन की कटौती करने का एलान किया गया था।

भारत के पांच सबसे बड़े कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता देश

भारत के कच्चे तेल आपूर्तिकर्ता में रूस का नाम सबसे ऊपर आता है। इसके बाद इराक है, जिससे भारत ने मई में 8,30,000 लाख बैरल प्रति दिन कच्चे तेल का आयात किया है। सऊदी अरब से भारत ने मई में 5,60,000 बैरल प्रतिदिन का आयात किया। इसके अलावा यूएई से 2,03,000 बैरल प्रतिदिन और यूएस से 1,38,000 बैरल प्रतिदिन कच्चे तेल का आयात किया है।

भारत में आयात होने वाले कच्चे तेल की औसत कीमत

रूस से आयात होने वाले कच्चे तेल के कीमत को मिलाकर भारत ने मई एक बैरल के लिए औसत 68.21 डॉलर का भुगतान किया है। यह यूक्रेन युद्ध के बाद सबसे कम है। साऊदी अरब से आयात होने वाले कच्चे तेल की कीमत 86.96 डॉलर प्रति बैरल और ईराकी कच्चे तेल की कीमत 77.77 डॉलर प्रति बैरल थी।