भारत-पाक के बैंक एक दूसरे की धरती पर खोलेंगे शाखाएं
भारत और पाकिस्तान अपने तीन-तीन बैंकों को एक-दूसरे देश में शाखाएं खोलने की इजाजत देने की तैयारी कर रहे हैं। भारत दौरे पर आए पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने यह जानकारी दी। खान के मुताबिक इससे दोनों देशों के आपसी व्यापार में बढ़ोतरी और कारोबारी संबंधों में मजबूती आएगी। इससे पहले अगस्त 2012 म
इस्लामाबाद। भारत और पाकिस्तान अपने तीन-तीन बैंकों को एक-दूसरे देश में शाखाएं खोलने की इजाजत देने की तैयारी कर रहे हैं। भारत दौरे पर आए पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्री खुर्रम दस्तगीर खान ने यह जानकारी दी। खान के मुताबिक इससे दोनों देशों के आपसी व्यापार में बढ़ोतरी और कारोबारी संबंधों में मजबूती आएगी। इससे पहले अगस्त 2012 में दोनों देश एक-दूसरे के दो बैंकों को पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस जारी करने पर सहमत हुए थे। हालांकि, कारोबारी संबंधों को सामान्य बनाने की यह कवायद परवान नहीं चढ़ सकी क्योंकि पाकिस्तान भारत को सबसे तरजीही देश (एमएफएन) दर्जा देने की पिछले साल जनवरी में की गई प्रतिबद्धता पूरी करने में असफल रहा है।
खान ने एक इंटरव्यू में कहा कि हमने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के सामने अपना पक्ष रखा है कि बंदिशों में कमी लाई जाए और साझेदारी में शामिल होने वाले बैंकों की संख्या दो तक सीमित न रखी जाए। जरूरी शर्तो को पूरा करने वाले बैंक इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। फिलहाल हम तीन बैंकों को एक-दूसरे देश में शाखाएं खोलने की इजाजत देने की तैयारी कर रहे हैं।