Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

India Q2 GDP Growth: जुलाई-सितंबर में 7.6 फीसदी की रफ्तार से दौड़ी इकोनॉमी, जारी हुए आंकड़े

चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के लिए सरकार ने आधिकारिक आंकड़े जारी कर दिए हैं। वित्त वर्ष 24 के Q2 में देश की अर्थव्यवस्था 7.6 फीसदी के रफ्तार से बढ़ी है। हालांकि FY24 की पहली तिमाही के मुकाबले भारतीय अर्थव्यवस्था गिरी है। आपको बता दें कि पहली तिमाही में विकास दर 7.8 फीसदी रही थी। पढ़िए पूरी खबर।

By Gaurav KumarEdited By: Gaurav KumarUpdated: Thu, 30 Nov 2023 07:35 PM (IST)
Hero Image
पहले तिमाही की तुलना में इस बार धीमी रही अर्थव्यवस्था की रफ्तार।

बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) के दौरान देश के जीडीपी के आधिकारिक आंकड़े सरकार ने जारी कर दिए हं। दूसरी तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था 7.6 फीसदी की रफ्तार से आगे बढ़ी है।

आकंड़ो के मुताबिक अर्थव्यस्था के बढ़ने का कारण मुख्य रूप से विनिर्माण, खनन और सेवा क्षेत्रों के बेहतर प्रदर्शन है जिसकी वजह से भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन रहा है।

पहले तिमाही के मुकाबले कम रही विकास दर

हालांकि वित्त वर्ष 24 के पहले तिमाही के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था गिरी है। पहले तिमाही में विकास दर 7.8 प्रतिशत पर था। हालांकि एक साल पहले की तुलना करें कि वित्त वर्ष 23 की दूसरी तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 6.2 प्रतिशत पर रही थी।

ये भी पढ़ें: अगले साल धीमी हो जाएगी वैश्विक अर्थव्यवस्था की रफ्तार, अमेरिका और चीन की विकास दर में भी कमी आएगी

चीन को छोड़ा पीछे

दूसरी तिमाही के नतीजे ये बताते हैं कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है क्योंकि चीन में जुलाई-सितंबर के दौरान 4.9 प्रतिशत की विकास दर रही है।

2023-24 की दूसरी तिमाही में वर्तमान कीमतों पर नॉमिनल जीडीपी या सकल घरेलू उत्पाद 71.66 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 की दूसरी तिमाही में यह 65.67 लाख करोड़ रुपये था, जो 2022-23 की दूसरी तिमाही के 17.2 प्रतिशत की तुलना में 9.1 प्रतिशत अधिक है।

किस सेक्टर कि कैसी रही परफॉर्मेंस?

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के आंकड़ों के अनुसार, कृषि क्षेत्र की जीवीए (ग्रॉस वैल्यू एडेड) वृद्धि सितंबर 2023 तिमाही में घटकर 1.2 प्रतिशत रह गई, जो एक साल पहले 2.5 प्रतिशत थी।

विनिर्माण क्षेत्र में जीवीए में 13.9 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई, जबकि एक साल पहले की अवधि में इसमें 3.8 प्रतिशत की गिरावट आई थी।

खनन और उत्खनन में उत्पादन दूसरी तिमाही में बढ़कर 10 प्रतिशत हो गया, जिसमें एक साल पहले 0.1 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसके अलावा बिजली, गैस, जल आपूर्ति और अन्य उपयोगिता सेवाओं में 6.1 प्रतिशत से 10.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

वित्तीय, रियल एस्टेट और प्रोफेशनल सर्विसेस के जीवीए में विस्तार इस बार 6 प्रतिशत था, जो एक साल पहले की तिमाही में 7.1 प्रतिशत से कम था।

ये भी पढ़ें: Fiscal Deficit: बजट अनुमान का 45 प्रतिशत तक पहुंचा राजकोषीय घाटा, CGA ने जारी किए आंकड़े