Bangladesh Crisis: भारत के रेडिमेड गारमेंट बाजार को मिल सकता बांग्लादेश की स्थिति का लाभ
रेटिंग एजेंसी केयरएज ने बताया कि बग्लादेश में चल रहे उथल-पुथल के कारण भारत के रेडिमेड गारमेंट बाजार को फायदा हो सकता है। भारत को बहुत कम समय में लगभग 20-25 करोड़ डॉलर के ज्यादा मासिक निर्यात ऑर्डर मिल सकता हैं। वहीं मध्यम अवधि में ये ऑर्डर लगभग 30-35 करोड़ डॉलर से ज्यादा का हो सकता है। आइये इसके बारे में जानते हैं।
पीटीआई, कोलकाता। बांग्लादेश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल का लाभ भारत के रेडिमेड गारमेंट बाजार को मिल सकता है। रेटिंग एजेंसी केयरएज के एक अध्ययन में कहा गया है कि भारत को अल्पावधि में 20-25 करोड़ डॉलर के ज्यादा मासिक निर्यात ऑर्डर मिल सकते हैं।
दरअसल, बांग्लादेश वैश्विक रेडिमेड गारमेंट (आरएमजी) निर्यात में चीन की घटती हिस्सेदारी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हासिल करने में कामयाब रहा, लेकिन भारत इस अवसर का लाभ उठाने में असमर्थ रहा है। बांग्लादेश की वर्तमान स्थिति रेडिमेड गारमेंट बाजार में अल्पावधि और मध्यम अवधि में भारत को अपना विस्तार करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान करती है।
भारत को मिलने वाले निर्यात ऑर्डर में बढ़ोतरी
रेटिंग एजेंसी ने कहा, 'यदि बांग्लादेश में अशांति लंबे समय तक बनी रहती है, तो भारत को मिलने वाले निर्यात ऑर्डर में बढ़ोतरी हो सकती है। उद्योग के अनुमानों से पता चलता है कि भारत को अल्पावधि 20-25 करोड़ डॉलर और मध्यम अवधि में लगभग 30-35 करोड़ डॉलर से ज्यादा मासिक निर्यात ऑर्डर मिल सकते हैं।'रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बांग्लादेश के रेडिमेड परिधान निर्यात में पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 17 प्रतिशत की गिरावट आ चुकी है।
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रेडिमेड गारमेंट बाजार में भारत की स्थिति
दूसरी ओर, भारत ने इसी अवधि के दौरान ऐसे निर्यात में चार प्रतिशत की वृद्धि् दर्ज की है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बांग्लादेश का रेडिमेड परिधान निर्यात 9.7 अरब डॉलर था जबकि भारत का निर्यात 3.9 अरब डॉलर था।
केयरएज रेटिंग के निदेशक क्रुणाल मोदी ने कहा, 'बजट घोषणा में कौशल विकास कार्यक्रम को बढ़ावा देने और ब्रिटेन व यूरोपीय यूनियन के साथ संभावित मुक्त व्यापार समझौते वैश्विक रेडिमेड गारमेंट बाजार में भारत की स्थिति को और मजबूत करेंगे।'यह भी पढ़ें -फर्जी लोन ऐप की पहचान के लिए जल्द आएगा नया सिस्टम - RBI ने अंकुश लगाने के लिए रिपाजिटरी बनाने का किया एलान