Move to Jagran APP

अगले 5-6 सालों में ऊर्जा क्षेत्र में भारत में होगा 67 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश: पीएम

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा है कि अगले 5-6 साल में भारत में ऊर्जा क्षेत्र में 67 अरब डॉलर का निवेश होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व पैसा निवेश कर रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने यह भी देश की प्राथमिक ऊर्जा मांग 2045 तक दोगुनी हो जाएगी। आइये इसके बारे में जानते हैं।

By Agency Edited By: Ankita Pandey Updated: Tue, 06 Feb 2024 04:22 PM (IST)
Hero Image
अगले 5-6 सालों में ऊर्जा क्षेत्र में भारत में होगा 67 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश
पीटीआई, गोवा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत में अगले पांच से छह वर्षों में ऊर्जा क्षेत्र में 67 अरब अमेरिकी डॉलर का निवेश होगा और उन्होंने वैश्विक निवेशकों को भारत की विकास गाथा में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

मोदी ने यहां भारत ऊर्जा सप्ताह के दूसरे संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था 7.5 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ रही है और देश जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

67 अरब डॉलर का निवेश

पीएम मोदी ने वैश्विक खिलाड़ियों को भारत के ऊर्जा क्षेत्र के विकास में भाग लेने के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि देश को 2030 तक अपनी रिफाइनिंग क्षमता 254 MMTPA (मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) से बढ़ाकर 450 एमएमटीपीए करने की उम्मीद है।

उन्होंने कहा कि अगले 5-6 साल में भारत में ऊर्जा क्षेत्र में 67 अरब डॉलर का निवेश होने जा रहा है। प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि भारत ऊर्जा क्षेत्र में अभूतपूर्व पैसा निवेश कर रहा है जो पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि देश की प्राथमिक ऊर्जा मांग 2045 तक दोगुनी हो जाएगी।

यह भी पढ़ें - Wallet बिजनेस को नहीं खरीद रहा है जियो फाइनेंशियल सर्विसेज, Paytm ने बताचीत से किया इनकार

कच्चे तेल और एलपीजी का तीसरा सबसे उपभोक्ता

मोदी ने कहा कि भारत कच्चे तेल और एलपीजी का तीसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता और एलएनजी का चौथा सबसे बड़ा आयातक है। प्रधानमंत्री ने वैश्विक समस्याओं के सामने देश की ऊर्जा प्रबंधन रणनीति का जिक्र करते हुए कहा, पिछले दो वर्षों में भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम हुईं।

उन्होंने कहा कि सभी विशेषज्ञों की राय है कि भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था है और जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

उन्होंने कहा कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर अब 7.5 प्रतिशत से अधिक है और यह वैश्विक निकायों के अनुमान से अधिक है। उन्होंने कहा कि सरकारी सुधार घरेलू प्राकृतिक गैस उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर रहे हैं और भारत 2030 तक अपने ऊर्जा मिश्रण में गैस की हिस्सेदारी 15 प्रतिशत तक बढ़ाने का लक्ष्य बना रहा है।

पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत तक पहुंच

पेट्रोल में इथेनॉल के मिश्रण के बारे में उन्होंने कहा कि पिछले 10 वर्षों में यह 1.5 प्रतिशत से बढ़कर 12 प्रतिशत हो गया है।  2025 तक पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण 20 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा।

प्रधान मंत्री ने कहा कि भारत वैश्विक उत्सर्जन का केवल 4 प्रतिशत हिस्सा है और 2070 तक शुद्ध शून्य का लक्ष्य रख रहा है, उन्होंने कहा कि एक करोड़ घरों पर सौर छत स्थापित करने की हाल ही में घोषित योजना से उत्पन्न अतिरिक्त बिजली को ग्रिड से जोड़ा जाएगा।

यह भी पढ़ें - RBI ने HDFC Bank को दी मंजूरी, अब एचडीएफसी बैंक के पास ICICI Bank के साथ 5 अन्य बैंक में 9.5% की होगी हिस्सेदारी