क्रिप्टो के बेहतर इस्तेमाल को लेकर भारत-अमेरिका में सहयोग संभव, निर्मला सीतारमण ने जेनेट येलेन से की मुलाकात
क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत भले ही अभी कड़ा रूख अख्तियार किये हुए है लेकिन क्रिप्टो प्रौद्योगिकी के बेहतर तरीके से इस्तेमाल का रास्ता खोजा जा रहा है। इस संदर्भ में सोमवार को सुबह भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका की विदेश मंत्री डॉ. जेनेट येलेन के बीच हुई द्विपक्षीय मुलाकात में यह मुद्दा उठा।इस दौरान अमेरिका ने ऋण देने वाले एजेंसियों में बड़े सुधार का समर्थन किया।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Mon, 17 Jul 2023 11:32 PM (IST)
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। क्रिप्टो करेंसी को लेकर भारत भले ही अभी कड़ा रूख अख्तियार किये हुए है लेकिन क्रिप्टो प्रौद्योगिकी के बेहतर तरीके से इस्तेमाल का रास्ता खोजा जा रहा है। इस संदर्भ में सोमवार को सुबह भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और अमेरिका की विदेश मंत्री डॉ. जेनेट येलेन के बीच हुई द्विपक्षीय मुलाकात में यह मुद्दा उठा।
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बाइ़डन के बीच हुई थी इस बारे में वार्ता की शुरुआत
दोनो मंत्री जी-20 समूह के वित्त मंत्रियों व केंद्रीय बैंक को गवर्नरों की गांधी नगर में चल रही बैठक में हिस्सा लेने के लिए वहां उपस्थित हैं। इनके बीच एक ऐसे फंड के गठन पर भी विचार हुआ है, जिसका इस्तेमाल में भारत में हरित ऊर्जा के इस्तेमाल के बढ़ावा देने में किया जा सके। इस बारे में वार्ता की शुरुआत पिछले महीने अमेरिका में पीएम नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइ़डन के बीच हुई थी।
सही तरीके से आगे बढ़ रहा है जी-20 देशों की बैठकः अमेरिकी वित्त मंत्री
प्रतिनिधिमंडल स्तर पर हुई इस बातचीत में अमेरिकी वित्त मंत्री येलेन ने कहा कि भारत की अध्यक्षता में जी-20 देशों की बैठक काफी सही तरीके से आगे बढ़ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई है कि भारत के साथ मिल कर महामारी के बाद, पर्यावरण संबंधी जो चुनौतियां सामने आ रही हैं उसका बेहतर तरीके से सामना किया जा सकेगा और वैश्विक इकोनोमी व विकासशील देशों की इकोनोमी को मजबूत बनाया जा सकेगा।अमेरिकी वित्त मंत्री येलेन ने भारत की मांग का किया समर्थन
अमेरिकी वित्त मंत्री ने भी विकास कार्यों के लिए ऋण देने वाले एजेंसियों में बड़े सुधार की भारत की मांग का समर्थन किया। उन्होंने कहा कि अगले एक दशक में मौजूदा लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ही 200 अरब डॉलर की जरूरत है। येलेन ने विश्व बैंक के नये अध्यक्ष अजय बंगा के नेतृत्व पर भरोसा जताया है कि वह बड़े सुधार के वाहक बनेंगे।