Semiconductor की सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए काम करेंगे भारत और अमेरिका, होगा 300 मिलियन डॉलर का निवेश
G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ की द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया। इसमें दोनों देशों ने सेमीकंडक्टर की ग्लोबल सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाने को लेकर समर्थन व्यक्त किया। इसके लिए 300 मिलियन डॉलर का निवेश किया जाएगा। (फाइल फोटो)
By Abhinav ShalyaEdited By: Abhinav ShalyaUpdated: Sat, 09 Sep 2023 09:18 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अमेरिका और भारत दोनों मिलकर सेमीकंडक्टर की ग्लोबल सप्लाई चेन को मजबूत करने के लिए आपसी सहयोग बढ़ाएंगे। इसके लिए दोनों देशों की सरकारों के अलावा इंडस्ट्री और एकेडमिक इंस्टीट्यूशन के बीच भी कॉरपोरेशन को बढ़ाया जाएगा।
G20 सम्मेलन भारत आए बाइडन
G20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत आए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ की द्विपक्षीय वार्ता के बाद एक संयुक्त बयान जारी किया,जिसमें कहा गया था कि दोनों सरकारें आपसी सहयोग और विश्वास के आधार पर अमेरिका और भारत की स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप को सभी क्षेत्रों में नए आयाम पर ले जाना है।ये भी पढ़ें- Joe Biden के भारत आने से PM Modi के नाम दर्ज हुआ एक और रिकॉर्ड, अब तक इतने अमेरिकी राष्ट्रपति आए BHARAT
300 मिलियन डॉलर का होगा निवेश
दोनों नोताओं की ओर से सेमीकंडक्टर की ग्लोबल सप्लाई चेन को लचीला बनाने के लिए माइक्रोचिप टेक्नोलॉजी में रिसर्च और डेवलपमेंट को भारत में बढ़ने के लिए 300 मिलियन डॉलर के विस्तार पर समर्थन व्यक्ति किया गया है।साथ ही 400 मिलियन डॉलर का निवेश अगले पांच साल में रिसर्च, डेवलपमेंट और इंजीनियरिंग ऑपरेशन्स के लिए एडवांस माइक्रो डिवाइस की ओर ओर से किया गया।मोदी और बाइडन की ओर से ज्वाइंट स्टेटमेंट में अमेरिकी कंपनियों माइक्रोन, एलएएम रिसर्च और एप्लाइड मैटेरियल्स द्वारा जून 2023 में की गई घोषणाओं के चल रहे कार्यान्वयन पर संतोष व्यक्त किया।ये भी पढ़ें- G20 Summit 2023 LIVE Updates: PM मोदी दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन के आयोजन स्थल भारत मंडपम पहुंचे