'भारत पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनेगा', गुजरात वाइब्रेंट समिट में बोलीं वित्त मंत्री सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत वर्ष 2028 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा। उन्होंने कहा कि यह बहुत संभव है कि वर्ष 2027-28 तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि वर्ष 2000 से वर्ष 2023 के बीच भारत में कुल 919 अरब डॉलर का निवेश आया है।
जागरण ब्यूरो, अहमदाबाद। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारत वर्ष 2028 तक पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा। गुजरात वाइब्रेंट समिट के 10वें संस्करण के एक सत्र को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि वर्ष 2047 तक भारत दुनिया में 30 अरब डॉलर इकोनॉमी होगा। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए उपस्थित दूसरे कई कारपोरेट दिग्गजों ने भी भारत की तेज आर्थिक विकास दर और इसके दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी की तरफ अग्रसर होते कदमों के बारे में बताया।
क्या कुछ बोलीं निर्मला सीतारमण?
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने तो वर्ष 2047 तक भारतीय अर्थव्यवस्था के आकार के कम से कम 35 अरब डॉलर बन जाने का अनुमान लगाया। सीतारमण ने कहा,
यह बहुत संभव है कि वर्ष 2027-28 तक हम दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हो जाए। तब हमारी इकोनॉमी का आकार पांच अरब डॉलर को पार कर जाएगा। जहां तक वर्ष 2047 की बात है तब तक अगर सामान्य तरीके से भी विकास किया जाए तो भारतीय इकोनॉमी का आकार 30 अरब डॉलर से ज्यादा का होगा।
मोदी सरकार के कार्यकाल में आया सर्वाधिक निवेश
उन्होंने कहा कि भारतीय इकोनॉमी का आकार अभी 3.7 अरब डॉलर का है और दुनिया के तमाम एजेंसियों की रिपोर्ट बताती है कि अगले कुछ वर्षों तक भारत की आर्थिक विकास दर दुनिया के प्रमुख देशों में सबसे ज्यादा होगी। वित्त मंत्री ने इस आर्थिक प्रगति के लिए पीएम मोदी की सरकार की स्थिर नीतियों और आर्थिक सुधार के लिए उठाए गए कदमों को वजह बताया।
Smt @nsitharaman addressed the audience at the Seminar of Vibrant Gujarat Global Summit 2024 in Gandhinagar, Gujarat.
The Hon'ble Finance Minister also released vision document 'Viksit Gujarat @ 2047' on the occasion.
Shri @Bhupendrapbjp, Hon'ble Chief Minister of Gujarat, Shri… pic.twitter.com/PWImvVYPES
उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 से वर्ष 2023 के बीच भारत में कुल 919 अरब डॉलर का निवेश आया है जिसमें से 65 फीसद यानी 595 अरब डॉलर का निवेश सिर्फ मोदी सरकार के कार्यकाल के पहले 8-9 वर्षों में आया है।