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वैश्विक अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में भारत की होगी महत्वपूर्ण भूमिका, 13 देश UPI अपनाने के लिए तैयार

टेलीकॉम इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक दुनिया के 13 देश भारत की यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) भुगतान प्रणाली को अपनाने के लिए तैयार हो गए हैं और जल्द ही सिंगापुर में यूपीआई से भुगतान शुरू हो जाएगा। (जागरण-फोटो)

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 13 Feb 2023 10:20 PM (IST)
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सिंगापुर में जल्द शुरू होगा यूपीआइ से भुगतान, 13 देश यूपीआई प्रणाली अपनाने के लिए तैयार
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। वैश्विक अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में भारत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने जा रहा है। इस काम के लिए दुनिया के लोगों को डिजिटल रूप से प्रशिक्षित करने के साथ वैश्विक स्तर पर डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने में भारत अपना नेतृत्व देगा।

वैश्विक स्तर पर 11 लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था

जी-20 समूह से जुड़ी डिजिटल इकोनॉमी वर्किंग ग्रुप (डीईडब्ल्यूजी) की बैठक में मुख्य रूप से डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्‌र्क्चर, साइबर सुरक्षा, डिजिटल इकोनॉमी व डिजिटल प्रशिक्षण को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने को लेकर मुख्य रूप से चर्चा की गई। एक अनुमान के मुताबिक फिलहाल वैश्विक स्तर पर 11 लाख करोड़ डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था है और वर्ष 2025 तक वैश्विक डिजिटल अर्थव्यवस्था 23 लाख करोड़ डॉलर की हो जाएगी।

भारत वैश्विक स्तर पर निभाने जा रहा है महत्वपूर्ण भूमिका

भारत के डिजिटल भुगतान से लेकर डिजिटल रूप से दी जाने वाली सरकारी मदद की चर्चा व प्रशंसा दुनिया भर में हो रही है। इसलिए भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रहा है। टेलीकॉम, इलेक्ट्रॉनिक्स व आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के मुताबिक दुनिया के 13 देश भारत की यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) भुगतान प्रणाली को अपनाने के लिए तैयार हो गए हैं और जल्द ही सिंगापुर में यूपीआई से भुगतान शुरू हो जाएगा।

सिर्फ भारत में डिजिटल इकोसिस्टम सभी के लिए खुला हुआ है

सिंगापुर ने यूपीआई के साथ खुद को जोड़ने का काम पूरा कर लिया है। वैष्णव के मुताबिक भारत को छोड़ अन्य सभी देशों के डिजिटल इकोसिस्टम में कुछ कंपनियों का एकाधिकार है। सिर्फ भारत में डिजिटल इकोसिस्टम सभी के लिए खुला हुआ है। तभी गूगल ने अपनी भुगतान प्रणाली को छोड़ यूपीआई को अपनाया है और गूगल ने अमेरिका फेडरल को लिखा है कि भारतीय भुगतान प्रणाली लोकतांत्रिक तरीके से चलती है और दो रुपए से लेकर दो लाख रुपए तक का ट्रांजेक्शन सिर्फ दो सेकेंड में किया जा सकता है।

बैठक में साइबर सुरक्षा को लेकर की गई चर्चा

लखनऊ में आयोजित डीईडब्ल्यूजी की बैठक में साइबर सुरक्षा और एमएसएमई को साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण देने पर गंभीर रूप से चर्चा की गई। क्योंकि एमएसएमई विकासशील देशों के लिए काफी महत्वपूर्ण है और उन्हें साइबर अपराध से सुरक्षित रखना जरूरी है। साइबर सुरक्षा सभी देशों के सहयोग से ही संभव है इसलिए इस दिशा में सभी देशों को एक साथ मिलकर काम करना होगा।

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