बाहरी झटकों के बावजूद भारत निजी इक्विटी निवेश के लिए शीर्ष विकल्प बना रहेगा : जेफरीज
वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) ने कहा कि भारत निजी इक्विटी (PI) निवेश अभी भी काफी अच्छा ऑप्शन है। हालांकि निजी इक्विटी उद्योग के सामने अभी चुनौतियां है। निवेश को लेकर जेफरीज ने रिपोर्ट जारी किया है। रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय शेयर बाजार का मूल्यांकन लगभग 5.2 ट्रिलियन डॉलर हो गया है। इसके अलावा शेयर बाजार का पूंजीकरण अब जीडीपी का 145 प्रतिशत है।
एएनआई, नई दिल्ली। वैश्विक ब्रोकरेज फर्म जेफरीज (Jefferies) के मुताबिक बाहरी झटकों के बावजूद भारत निजी इक्विटी (PI) निवेश के लिए एक शीर्ष विकल्प बना रहेगा। जेफरीज द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट में कहा गया है कि निजी इक्विटी उद्योग के सामने आने वाली चुनौतियों के बावजूद (नकदी की कमी और प्रमुख कंपनियों द्वारा किए जाने वाले निवेश में गिरावट) भारत पूंजी जुटाने और निवेश के अवसरों के लिए पूरी तरह अनुकूल है।
अपनी पिछली रिपोर्ट में भी जेफरीज ने उल्लेख किया था कि भारत के शेयर बाजार ने उल्लेखनीय लचीलापन दिखाया है, खासकर आम चुनावों के नतीजों के बाद। रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार का मूल्यांकन लगभग 5.2 ट्रिलियन डॉलर है और यह मार्च, 2020 के 1.3 ट्रिलियन डॉलर से 296 प्रतिशत ज्यादा है।मूल्यांकन में यह वृद्धि मजबूत घरेलू मांग द्वारा बाजार संचालन की तस्दीक करता है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शेयर बाजार का पूंजीकरण अब जीडीपी का 145 प्रतिशत है जो मार्च 2020 के मुकाबले 52 प्रतिशत अधिक है। कंपनियों के शेयरों के मूल्य पहले के मुकाबले ज्यादा हैं, लेकिन अल्पकालिक व्यवधान और सामरिक चिंताओं के अलावा इन्हें बेचने की कोई वजह नहीं आती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि भारतीय बाजार में होने वाला परिवर्तन व्यवस्थित निवेश योजनाओं (एसआईपी) और राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) के माध्यम से खुदरा निवेशकों की बढ़ती भागीदारी से भी स्पष्ट है। यह भारत में इक्विटी निवेश के लिए एक आशाजनक भविष्य का संकेत देता है।यह भी पढें: वैल्यूएबल बिजनेस फैमिली लिस्ट में टॉप पर हैं Mukesh Ambani, अंबानी परिवार के पास 25.75 लाख करोड़ की संपत्ति