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दमदार जीडीपी ग्रोथ से दुनिया को हैरान कर सकता है भारत, रेटिंग एजेंसियों का अनुमान छूट जाएगा पीछे

भारत की अर्थव्यवस्था पिछली कुछ तिमाहियों से शानदार तरीके से बढ़ रही है। ज्यादातर वैश्विक रेटिंग एजेंसियों का अनुमान है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ इस साल 7 फीसदी रह सकती है। हालांकि पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का कहना है कि भारत 7 फीसदी से भी अधिक जीडीपी ग्रोथ हासिल करके पूरी दुनिया को हैरान कर सकता है।

By Agency Edited By: Suneel Kumar Updated: Wed, 09 Oct 2024 06:24 PM (IST)
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भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने हाल के महीनों में एक बार फिर से उच्च स्तर हासिल किया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (PHDCCI) ने बुधवार को कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत इस साल भी अपनी तेज जीडीपी वृद्धि से दुनिया को आश्चर्यचकित कर सकता है। इतना ही नहीं कई देसी-विदेशी एजेंसियों द्वारा लगाए गए सात प्रतिशत के आर्थिक विकास के अनुमान से जीडीपी वृद्धि ज्यादा रहेगी। भारत ने हाल के वर्षों में अपनी लचीली आर्थिक वृद्धि से दुनिया को आश्चर्यचकित किया है।

उद्योग संगठन के प्रेसिडेंट संजीव अग्रवाल ने कहा, 'कोरोना के बाद के वर्षों में 2021 में 9.7 प्रतिशत, 2022 में सात प्रतिशत और 2023 में 8.2 प्रतिशत की मजबूत जीडीपी वृद्धि देखी गई, जो तीन वर्षों के दौरान औसतन आठ प्रतिशत से अधिक रही।' उन्होंने कहा कि भू-राजनीतिक वैश्विक बाधाओं के बावजूद भारत आगे चलकर मजबूत और लचीला होगा।

PHDCCI आर्थिक मॉनिटर के अनुसार, मजबूत उपभोग मांग और निजी निवेश के स्थिर पुनरुत्थान के समर्थन से अर्थव्यवस्था में मजबूती जारी रहेगी। हाल के महीनों में भारत के व्यापक आर्थिक बुनियादी ढांचे मजबूत बने हुए हैं, जिससे हाल के महीनों में भारत के व्यापक आर्थिक बुनियादी ढांचे मजबूत बने हुए हैं।

भारत के विदेशी मुद्रा भंडार ने हाल के महीनों में एक बार फिर से उच्च स्तर हासिल किया है, हालांकि वैश्विक बाधाएं बनी हुई हैं। केंद्रीय स्तर पर सुधारों को मजबूत करने के साथ अर्थव्यवस्था और व्यापार नीतियां मजबूत बनी हुई हैं। अग्रवाल ने कहा, 'राज्य एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में हैं और उच्च विकास प्राप्त करने और अपने-अपने क्षेत्रों में अधिक से अधिक निवेश आकर्षित करने के लिए एक-दूसरे की अच्छी नीतियों को अपना रहे हैं।'

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