भारतीय अर्थव्यवस्था FY23 में पकड़ेगी रफ्तार, जानिए कितनी रह सकती है विकास दर
Indian economy news for Fiscal Year Client Associates की रिपोर्ट के अनुसार RBI और सरकार द्वारा निर्यात में सुधार और प्रभावी नीतिगत उपायों के साथ बढ़ते सरकारी खर्च से वित्त वर्ष 2023 में आर्थिक गतिविधियों को मजबूत समर्थन मिलने की संभावना है ।
By Ashish DeepEdited By: Updated: Wed, 23 Feb 2022 09:19 AM (IST)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। वित्त वर्ष 2020-21 में 7.3 प्रतिशत की गिरावट के बाद भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2021-22 में बढ़त की उम्मीद है। Client Associates के Annual Equity Assessment 2022 में कहा गया है कि देश का मैक्रो प्रोफाइल काफी हद तक विकास के लिए अनुकूल बना हुआ है। इसमें कहा गया है कि RBI और सरकार द्वारा निर्यात में सुधार और प्रभावी नीतिगत उपायों के साथ बढ़ते सरकारी खर्च से वित्त वर्ष 2023 में आर्थिक गतिविधियों को मजबूत समर्थन मिलने की संभावना है।
मजबूत GST कलेक्शन अर्थव्यवस्था के लिए पॉजिटिव रिपोर्ट में कहा गया है कि PMI जैसे इंडिकेटर लगातार विस्तार क्षेत्र में हैं और मजबूत GST कलेक्शन अर्थव्यवस्था के लिए पॉजिटिव है।
बजट में GST कलेक्शन की बातकेंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट 2022 के भाषण के दौरान यह भी घोषणा की थी कि देश ने जनवरी 2022 के लिए सकल जीएसटी संग्रह 1,40,986 करोड़ रुपये दर्ज किया था, जो जीएसटी की स्थापना के बाद से सबसे अधिक है।
2015 के मुकाबले मंदी देखी गईसीए एनुअल इक्विटी असेसमेंट 2022 में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2015 और वित्त वर्ष 2020 के बीच भारत की आर्थिक गतिविधियों में 8.3% से क्रमिक मंदी देखी गई। कमजोर औद्योगिक उत्पादन और निजी खपत की मांग में गिरावट के कारण भारत की विकास दर कमजोर रही।विश्व बैंक ने देश के ग्रोथ रेट को आगे बढ़ायासीए एनुअल इक्विटी असेसमेंट 2022 में कहा गया है कि विश्व बैंक ने वित्त वर्ष 23 में भारत की विकास दर को 7.5% के पहले के अनुमान से 8.7% तक बढ़ाया है। अगले वित्त वर्ष के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि 7.5-9% के बीच रहने की उम्मीद है।
भारत की आर्थिक वृद्धि 7.5-9% के बीच रहने की उम्मीदताजा आंकड़ों के मुताबिक अगले वित्त वर्ष के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि 7.5-9% के बीच रहने की उम्मीद है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2023 में भारत की GDP growth को मजबूत सरकारी खर्च और पूंजीगत व्यय से समर्थन मिलने की उम्मीद है, क्योंकि निजी खपत की मांग में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है।वास्तविक GDP की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत
सीए एनुअल इक्विटी असेसमेंट 2022 में कहा गया है कि आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए वास्तविक GDP की वृद्धि दर 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है।सीपीआई मुद्रास्फीति का अनुमान 5.3% सीए एनुअल इक्विटी असेसमेंट 2022 में कहा गया है कि आरबीआई ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा में सीपीआई मुद्रास्फीति का अनुमान भी वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 5.3% और वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 4.5% पर बरकरार रखा गया है।
बजट में खर्च पर आउटले बढ़ावित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने केंद्रीय बजट भाषण में वित्त वर्ष 23 में पूंजीगत व्यय के लिए आउटले में 35 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की थी।