वैश्विक मंदी के बीच सबसे तेजी से बढ़ेगी भारत की अर्थव्यवस्था: ओईसीडी
ओईसीडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा कि जी20 में शामिल देशों में सऊदी अरब के बाद भारत ही एकमात्र देश होगा जिसकी विकास दर सबसे ज्यादा रहेगी। वहीं लगातार बढ़ती ब्याज दरों और उच्च मुद्रास्फीति के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस साल मामूली वृद्धि की उम्मीद है।
वाशिंगटन, एपी। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच चालू वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था 6.6 प्रतिशत की दर से आगे बढ़ेगी। पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने मंगलवार को जारी अपने पूर्वानुमान में कहा कि जी20 में शामिल देशों में सऊदी अरब के बाद भारत ही एकमात्र देश होगा, जिसकी विकास दर सबसे ज्यादा रहेगी। वहीं लगातार बढ़ती ब्याज दरों और उच्च मुद्रास्फीति के चलते वैश्विक अर्थव्यवस्था में इस साल मामूली वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा 2023 में यह और सुस्त पड़ सकती है।
यू्क्रेन पर हमले के कारण रूस को दंडित करने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के चलते महंगाई बढ़ी है। पेरिस स्थित आर्थिक सहयोग एवं विकास संगठन (ओईसीडी) ने मंगलवार को जारी अपने पूर्वानुमान में यह बात कही।ओईसीडी के अनुमान के मुताबिक, वैश्विक अर्थव्यवस्था इस साल सिर्फ 3.1 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। यहां आंकड़ा 2021 के 5.9 प्रतिशत के मुकाबले काफी कम है।
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अनुमान के मुताबिक, अगले साल 2023 में वृद्धि दर और भी कम होकर 2.2 प्रतिशत रहेगी। ओईसीडी में 38 देश शामिल हैं और यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करता है।