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लगातार कम हो रहे विदेशी मुद्रा भंडार पर लगा ब्रेक, 1 सितंबर को समाप्त सप्ताह में 4.03 बिलियन डॉलर बढ़ा रिजर्व

पिछले दो सप्ताह से लगातार गिर रहा भारतीय खजाना 1 सितंबर को समाप्त सप्ताह में बढ़ गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि 1 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.039 अरब डॉलर बढ़कर 598.897 बिलियन डॉलर हो गया। आपको बता दें कि पिछले दो रिपोर्टिंग हफ्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट देखने को मिली थी।

By AgencyEdited By: Gaurav KumarUpdated: Fri, 08 Sep 2023 08:18 PM (IST)
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भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.039 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 598.897 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।
नई दिल्ली, एजेंसी: पिछले दो हफ्ते से लगातार कम हो रहा भारतीय खजाना 1 सितंबर को समाप्त हफ्ते में बढ़ा है। रिजर्व बैंक ने कहा कि 1 सितंबर को समाप्त सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 4.039 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 598.897 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।

पिछले हफ्ते कितनी हुई थी गिरावट?

आपको बता दें कि पिछले रिपोर्टिंग सप्ताह में, कुल विदेशी मुद्रा भंडार 30 मिलियन अमेरिकी डॉलर घटकर 594.858 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया था।

इस वक्त भारत के पास भरा हुआ था खजाना

अक्टूबर 2021 में, देश की विदेशी मुद्रा भंडार 645 बिलियन अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर थी लेकिन इसके बाद आरबीआई ने ग्लोबल स्तर पर रुपये को गिरने से बचाने के लिए विदेशी मुद्रा भंडार को खर्च किया था जिसके कारण भारत का विदेशी मुद्रा भंडार कम हुआ था।

विदेशी मुद्रा भंडार का प्रमुख घटक विदेशी मुद्रा संपत्ति 1 सितंबर के समाप्त सप्ताह में 3.442 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 530.691 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया।

सोने के खजाने में भी हुआ इजाफा

आरबीआई ने कहा कि सोने का भंडार 584 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 44.939 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 18.195 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गए।

1 सिंतबर के समीक्षाधीन सप्ताह में आईएमएफ के साथ देश की रिजर्व स्थिति भी 12 मिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़कर 5.073 बिलियन अमेरिकी डॉलर हो गई।

क्या होता है विदेशी मुद्रा भंडार?

विदेशी मुद्रा भंडार ऐसी संपत्तियां हैं जो किसी देश के केंद्रीय बैंक के पास होती हैं। यह संपत्तियां आम तौर पर अमेरिकी डॉलर और कुछ हद तक यूरो, जापानी येन और पाउंड स्टर्लिंग में रखा जाता है।

देश क्यों रखते हैं विदेशी मुद्रा भंडार?

विदेशी मुद्रा भंडार रखने के पीछे उद्देश्य:

  • मौद्रिक और विनिमय दर प्रबंधन के लिए नीतियों का समर्थन करना और उनमें विश्वास बनाए रखना
  • राष्ट्रीय या संघ मुद्रा के समर्थन में हस्तक्षेप करने की क्षमता प्रदान करता है।