Onion Export: क्या फिर रुलाने वाली है प्याज? सरकार ने दी निर्यात की इजाजत
केंद्र सरकार ने पिछले कई महीनों से प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा रखा था। लेकिन इसमें थोड़ी ढील दी गई है। सरकार ने 6 पड़ोसी देशों को प्याज निर्यात करने की अनुमति दे दी है। इससे पहले सरकार ने मध्य-पूर्व और कुछ यूरोपीय देशों को 2000 टन सफेद प्याज के निर्यात की भी इजाजत दी थी। आइए जानते हैं कि सरकार ने निर्यात में ढील क्यों दी है।
बिजनेस डेस्क, नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने पिछले कई महीनों से प्याज के निर्यात पर पाबंदी लगा रखी थी, ताकि देश में कीमतों को कम रखा जा सके। लेकिन, सरकार ने शनिवार को छह पड़ोसी देशों को 99,500 टन प्याज के निर्यात की अनुमति दे दी है। यह मुख्य तौर पर महाराष्ट्र की फसल है।
किन देशों को होगा प्याज का निर्यात?
उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान में कहा बताया कि सरकार ने छह पड़ोसी देशों- बांग्लादेश, यूएई, भूटान, बहरीन, मॉरीशस और श्रीलंका को 99,150 टन प्याज के निर्यात की इजाजत दी है।
इससे पहले केंद्र सरकार ने विशेष रूप से मध्य पूर्व और कुछ यूरोपीय देशों को 2,000 टन सफेद प्याज के निर्यात की भी अनुमति दी थी।
प्याज के निर्यात पर क्यों लगा था प्रतिबंध?
दरअसल, 2023-24 में पिछले साल के मुकाबले खरीफ और रबी फसलों की पैदावार घटने का अनुमान था। इसलिए सरकार ने पिछले साल दिसंबर में प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाया दिया, ताकि घरेलू बाजार में इसकी पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। इससे कीमतों को कम रखने में भी मदद मिली।सरकार ने उस वक्त बताया था कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में प्याज की डिमांड बढ़ गई है, जिसके चलते यह प्रतिबंध लगाया गया है।